खूंटी: अड़की पुलिस ने वृद्ध महिला दासकिर देवी हत्याकांड का खुलासा करते हुए एक नाबालिग समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. हत्या में इस्तेमाल खून से सना पत्थर भी पुलिस ने बरामद किया है. हिरासत में लिए गए तीन आरोपियों में डिलीसारजोम गांव का जिसिंग मुंडा और सनिका हस्सा शामिल हैं, जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है.
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मामले में आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि एक साल पहले जिसिंग मुंडा की बेटी गंगा हस्सा की मौत हो गई थी. दासकिर देवी ने उसे कटहल खिलाया था. जिसिंग को शक था कि वृद्ध महिला ने उसकी बेटी को कटहल में मिलाकर कुछ खिला दिया होगा, जिससे उसकी मौत हो गई है. करीब एक साल तक जिसिंग अपनी बेटी की मौत के सदमे में रहा. इसी वजह से जिसिंग ने अपने साथियों के साथ मिलकर दासकिर देवी की हत्या कर दी.
क्या हुआ था, पुलिस ने कैसे पता लगाया आरोपियों का: 11 सितंबर को अड़की पुलिस ने दासकिर देवी का शव झाड़ी से बरामद किया था. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. इस घटना की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी अमित कुमार ने अड़की के थाना प्रभारी मोहम्मद इकबाल हुसैन के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. जिसमें एसआई मनोज तिर्की, उत्तम कुमार, तेज नारायण राव, अर्जुन कुमार सिंह समेत अड़की थाने के सशस्त्र बल को शामिल किया गया था. केस के अगले ही दिन पुलिस ने घाघरा गांव पहुंचकर अनुसंधान शुरू किया और महज तीन दिनों के अंदर ही इस मामले का उद्भेदन करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
डीएसपी ने प्रेस रिलीज के जरिए दी घटना की पूरी जानकारी: डीएसपी अमित कुमार ने एक प्रेस रिलीज जारी करके बताया कि एक अंधविश्वास के शक में वृद्ध महिला की हत्या की गई है. आरोपी की बेटी की मौत किसी बीमारी के कारण हुई थी, लेकिन उसे शक था कि वृद्ध महिला ने कटहल में कुछ मिला कर खिला दिया था. फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. गौरतलब है कि दस सितंबर की रात जब घाघरा गांव के टोला डिलीसारजोम गांव की दासकिर देवी बाजार से बांसकरील बेचकर वापस घर लौट रही थी, उसी दौरान उसकी हत्या धारदार हथियार और पत्थर से कूचकर कर दी गई थी.