खूंटी: भगवान बिरसा मुंडा के जन्मस्थली खूंटी जिले के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है. जिला के मुरहू के डीगड़ी स्थित सरकारी स्कूल का ये हाल है कि यहां न तो शिक्षक हैं, न पढ़ाई का माहौल. मुरहू के सरकारी स्कूल (Government School in Murhu) में 44 बच्चों का नामांकण है, लेकिन यहां एक ही शिक्षक है, जो प्रिंसिपल का भतीजा है और अपने आपको सिनी संस्था का शिक्षक बताता है. वहीं सिनी संस्था के पदाधिकारी कुछ और ही बताते हैं. इधर स्कूल की प्रिंसिपल भी लगभग गायब ही रहती हैं.
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पढ़ने की बजाय खेलते हैं बच्चे: मुरहू के सरकारी स्कूल एसपीजी मिशन प्राथमिक विद्यालय (SPG mission primary school of Khunti) में एक से पांच तक की क्लास दो कमरे में संचालित होती है. 44 बच्चों में यहां 8 से 20 बच्चे स्कूल ड्रेस और कॉपी किताब लेकर हर दिन विद्यालय आते हैं लेकिन, स्कूल के कमरे में अपना बस्ता रखकर स्कूल के बाहर खेलने कूदने लगते हैं. इसी बीच स्कूल की प्रिंसिपल रेबेका मुंडू का रिश्तेदार सुखराम नाग स्कूल आकर कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों को पढ़ाने की कोशिश करता है लेकिन, बच्चे उनसे पढ़ने की बजाय बेफिक्र होकर पेड़ में चढ़ते उतरते और खेल-कूद में स्कूल का समय व्यतीत कर देते हैं.
क्या कहती हैं प्रिंसिपल और विभाग से जुड़े अधिकारी: इस संबंध में स्कूल की प्रिंसिपल रेबेका मुंडू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह रोजाना स्कूल आती हैं. उन्होंने दावा कि स्कूल में उनका कोई रिश्तेदार नहीं है बल्कि वह एक शिक्षक है और सिनी संस्था के लिए काम करता है. वहीं सिनी से जुड़े पदाधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वहां सिनी संस्था से कोई शिक्षक नहीं है. इस पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी ने कहा है कि जल्द ही स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा और लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.