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पीएलएफआई के छह नक्सली गिरफ्तार, नया दस्ता बनाकर दहशत फैलाने का था प्लान

खूंटी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने पीएलएफआई के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये लोग किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे.

Six Maoists of PLFI arrested in khunti
पीएलएफआई के छह नक्सली गिरफ्तार
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Published : Jan 23, 2023, 8:58 PM IST

Updated : Jan 23, 2023, 9:35 PM IST

अमन कुमार, एसपी

खूंटीः पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पीएलएफआई के 6 हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार हुए हैं. ये नक्सली डायरेक्ट दिनेश गोप के संपर्क में रहते थे. इनके पास से वह मोबाइल भी जब्त हुआ है, जिससे सुप्रीमो से सीधी बातचीत होती थी. इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से अहम खुलासा हुआ है.

ये भी पढ़ेंः खूंटी में जोर-शोर से चल रही गणतंत्र दिवस की तैयारी, नक्सली बंद पूरी तरह बेअसर

बता दें कि इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से पता चला है कि पीएलएफआई संगठन का एक नया दस्ता बन रहा था. दिनेश गोप के इशारे पर खूंटी, सिमडेगा और गुमला में संगठन विस्तार के लिए प्रकाश साहू लगातार नए लड़को को जोड़ रहा था. नया दस्ता लगभग तैयार भी कर लिया था और पहली घटना सिमडेगा जिला में अंजाम दिया. दस्ते का मुख्य उद्देश्य ठेकेदारों से लेवी लेना था, नहीं देने पर आगजनी कर दहशत फैला कर पीएलएफआई को एक नई पहचान दिलाना भी था. माओवादियों द्वारा रविवार को बुलाई गई नक्सली बंदी के दिन बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना पीएलएफआई बना रहा था.

गिरफ्तार नक्सलियों में आनंद सिंह उर्फ लोदरो सिंह उर्फ लोधा सिंह, जोनसन बारला उर्फ मोटा, प्रकाश साहु, लखन गोप उर्फ जीतेन्द्र गोप, गौतम गोप उर्फ जलवा, उदित गोप शामिल हैं. गिरफ्तार हार्डकोर लखन गोप उर्फ जितेंद्र गोप के ऊपर कर्रा और जरियागढ़ थाना में आर्म्स एक्ट और 17 CLA एक्ट से संबंधित 20 मामले दर्ज हैं. आनंद सिंह उर्फ लोदरो के खूंटी और सिमडेगा जिले के अलग अलग थानों में 8 मामला, जोनसन बरला उर्फ मोटका के 4 मामले, प्रकाश साहू पर रनियां और ओड़गा थाना में कुल 4 मामले, गौतम गोप का खुंटी जिले के अलग अलग थाना में 5 मामले और उदित गोप पर कर्रा थाना में 2 मामले दर्ज हैं.

बता दें कि हार्डकोर प्रकाश गोप लगातार पीएलएफआई सुप्रीमो के संपर्क में रहता था और मोबाइल के माध्यम से सुप्रीमो से निर्देश लेकर पूरा दस्ता नक्सली घटनाओं को अंजाम देने में जुटा था. गिरफ्तार लखन गोप एक दशक से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय रहा है. गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस ने दो देसी कट्टा, 11 गोलियां, 2 मोबाइल, पीएलएफआई की 11-11 रसीद और पर्चा बरामद किया है.

एसपी अमन कुमार ने तोरपा थाना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पीएलएफआई नक्सलियों के गिरफ्तारी का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई का एक दस्ता सिमडेगा और रनिया इलाके में दहशत फैलाने की नीयत से बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है. सूचना पर एसपी ने रनिया पुलिस और सीआरपीएफ की सयुंक्त टीम बनाकर इलाके की घेराबंदी शुरू की.

एसपी के निर्देश पर गठित टीम ने रनिया थाना एवं सिमडेगा के महाबुआंग थाना के सीमावर्ती गांव कोटांगेर, मेरोमबीर, गोहारम और ओलहान, बेडाईरगी इलाके में घेराबंदी कर प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार किया. इस अभियान में रनिया थाना क्षेत्र के गोहारम से सरिता जाने वाली सड़क के पास टोंगरी पर पीएलएफआई संगठन के दो सक्रिय सदस्यों को देसी कट्टा, गोली, पीएलएफआई का पर्चा और चंदा रसीद के साथ गिरफ्तार किया गया.

इनकी निशानदेही पर क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से बाकी सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि इनके दस्ते व सहयोगियों ने ही सिमडेगा के ओड़गा स्टेशन के पास रेलवे के काम में लगी जेसीबी और टैंकर में आग लगाया था. आगजनी मामले समेत खूंटी, रनिया, तोरपा व सिमडेगा जिले में हुए नक्सली कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस ने पीएलएफआई सुप्रीमो गोप से संपर्क किये जाने वाले मोबाइल फोन को भी बरामद किया है. यही नहीं संगठन का कमांडर तिलकेश्वर गोप से बातचीत करने वाला मोबाइल भी पुलिस के हाथ लगा है.

अमन कुमार, एसपी

खूंटीः पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पीएलएफआई के 6 हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार हुए हैं. ये नक्सली डायरेक्ट दिनेश गोप के संपर्क में रहते थे. इनके पास से वह मोबाइल भी जब्त हुआ है, जिससे सुप्रीमो से सीधी बातचीत होती थी. इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से अहम खुलासा हुआ है.

ये भी पढ़ेंः खूंटी में जोर-शोर से चल रही गणतंत्र दिवस की तैयारी, नक्सली बंद पूरी तरह बेअसर

बता दें कि इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से पता चला है कि पीएलएफआई संगठन का एक नया दस्ता बन रहा था. दिनेश गोप के इशारे पर खूंटी, सिमडेगा और गुमला में संगठन विस्तार के लिए प्रकाश साहू लगातार नए लड़को को जोड़ रहा था. नया दस्ता लगभग तैयार भी कर लिया था और पहली घटना सिमडेगा जिला में अंजाम दिया. दस्ते का मुख्य उद्देश्य ठेकेदारों से लेवी लेना था, नहीं देने पर आगजनी कर दहशत फैला कर पीएलएफआई को एक नई पहचान दिलाना भी था. माओवादियों द्वारा रविवार को बुलाई गई नक्सली बंदी के दिन बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना पीएलएफआई बना रहा था.

गिरफ्तार नक्सलियों में आनंद सिंह उर्फ लोदरो सिंह उर्फ लोधा सिंह, जोनसन बारला उर्फ मोटा, प्रकाश साहु, लखन गोप उर्फ जीतेन्द्र गोप, गौतम गोप उर्फ जलवा, उदित गोप शामिल हैं. गिरफ्तार हार्डकोर लखन गोप उर्फ जितेंद्र गोप के ऊपर कर्रा और जरियागढ़ थाना में आर्म्स एक्ट और 17 CLA एक्ट से संबंधित 20 मामले दर्ज हैं. आनंद सिंह उर्फ लोदरो के खूंटी और सिमडेगा जिले के अलग अलग थानों में 8 मामला, जोनसन बरला उर्फ मोटका के 4 मामले, प्रकाश साहू पर रनियां और ओड़गा थाना में कुल 4 मामले, गौतम गोप का खुंटी जिले के अलग अलग थाना में 5 मामले और उदित गोप पर कर्रा थाना में 2 मामले दर्ज हैं.

बता दें कि हार्डकोर प्रकाश गोप लगातार पीएलएफआई सुप्रीमो के संपर्क में रहता था और मोबाइल के माध्यम से सुप्रीमो से निर्देश लेकर पूरा दस्ता नक्सली घटनाओं को अंजाम देने में जुटा था. गिरफ्तार लखन गोप एक दशक से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय रहा है. गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस ने दो देसी कट्टा, 11 गोलियां, 2 मोबाइल, पीएलएफआई की 11-11 रसीद और पर्चा बरामद किया है.

एसपी अमन कुमार ने तोरपा थाना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पीएलएफआई नक्सलियों के गिरफ्तारी का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई का एक दस्ता सिमडेगा और रनिया इलाके में दहशत फैलाने की नीयत से बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है. सूचना पर एसपी ने रनिया पुलिस और सीआरपीएफ की सयुंक्त टीम बनाकर इलाके की घेराबंदी शुरू की.

एसपी के निर्देश पर गठित टीम ने रनिया थाना एवं सिमडेगा के महाबुआंग थाना के सीमावर्ती गांव कोटांगेर, मेरोमबीर, गोहारम और ओलहान, बेडाईरगी इलाके में घेराबंदी कर प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार किया. इस अभियान में रनिया थाना क्षेत्र के गोहारम से सरिता जाने वाली सड़क के पास टोंगरी पर पीएलएफआई संगठन के दो सक्रिय सदस्यों को देसी कट्टा, गोली, पीएलएफआई का पर्चा और चंदा रसीद के साथ गिरफ्तार किया गया.

इनकी निशानदेही पर क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से बाकी सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि इनके दस्ते व सहयोगियों ने ही सिमडेगा के ओड़गा स्टेशन के पास रेलवे के काम में लगी जेसीबी और टैंकर में आग लगाया था. आगजनी मामले समेत खूंटी, रनिया, तोरपा व सिमडेगा जिले में हुए नक्सली कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस ने पीएलएफआई सुप्रीमो गोप से संपर्क किये जाने वाले मोबाइल फोन को भी बरामद किया है. यही नहीं संगठन का कमांडर तिलकेश्वर गोप से बातचीत करने वाला मोबाइल भी पुलिस के हाथ लगा है.

Last Updated : Jan 23, 2023, 9:35 PM IST
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