खूंटी: पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप कभी आतंक का पर्याय हुआ करता था. इसके नाम से डर का व्यवसाय चलता था. दिनेश गोप ने कई बेगुनाहों का खून बहाया, पुलिसवालों की भी हत्या की. लेकिन इसी कुख्यात दिनेश गोप के लिए रांची के ग्रामीण एसपी सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसे सम्मान देने के लिए उसके नाम के बाद जी लगाकर संबोधित करते हैं.
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रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम मंगलवार को खूंटी एसपी कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने एक सवाल के जवाब में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को दिनेश गोप जी कहकर संबोधित किया. इसके बाद इस बात की काफी चर्चा हो रही है.
हालांकि, दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब पूरी तरह से पीएलएफआई को खत्म कर देने के मूड में है. यह वजह है कि रांची से लेकर खूंटी तक पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और पीएलएफआई से जुड़े नक्सलियों को गिरफ्तार कर रही है. रांची ग्रामीण एसपी नौसाद आलम के अनुसार पीएलएफआई से अपराधिक संगठनों को नही जोड़ा जा सकता है, लेकिन पीएलएफआई संगठन के ही कई नक्सली और उनके गुर्गे क्षेत्र में मंडरा रहे हैं. पुलिस ने वैसे अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है.
नौशाद आलम ने बताया कि रनिया से बिश्राम कोंगाड़ी और रांची के चान्हो से आलोक को गिरफ्तार करने के बाद अब कोई ज्यादा बचा नहीं है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अमन चैन लाने के लिए पुलिस जांबाज ऑफिसर मौजूद हैं और लगातार कार्रवाई कर रहे हैं.
रांची के ग्रामीण एसपी नौसाद आलम ने बताया कि सुप्रीमो जेल जा चुका है तो बाकी नक्सली का क्या होगा ये वो खुद विचार करें, नहीं तो पुलिस विचार करेगी तो उन्हें महंगा पड़ेगा. उन्होंने नक्सलियों से खुद ही सरेंडर करने की अपील की है.