खूंटी: अड़की में दशकों से चल रहे अवैध ईंट भट्ठों के संचालकों पर कार्रवाई के लिए प्रशासन ने अब तैयारी की है. जिन ईंट भट्ठों के संचालकों के पास जरूरी कागजात नहीं होंगे, उन पर एफआईआर की भी तैयारी की गई है. इसके अलावा दशकों किए जा रहे अवैध खनन का भी हिसाब होगा. इसे लेकर अड़की सीओ गौतम साहू ने अवैध खनन संबंधित सामग्रियों की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. ईंट भट्ठों की जांच के बाद सीओ ने संबंधित ईंट भट्ठों के संचालकों से दस्तावेज मांगे हैं. हालांकि अभी समयानुसार कागजात जमा नहीं किए गए हैं. सीओ का कहना है कि जल्द ही जांच रिपोर्ट जिला मुख्यालय भेजी जाएगी. चिन्हित ईंट भट्ठों के संचालकों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
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ईंट भट्ठों के खिलाफ उठी आवाज
खूंटी का अड़की प्रखंड अवैध उत्खनन का अड्डा बना हुआ है. अवैध बालू और मिट्टी का खनन कर माफिया राज्य सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं. जिला प्रशासन ने अभी तक इस मसले पर कोई हस्तक्षेप नहीं किया है. स्थानीय लोगों ने गैर लाइसेंसी ईंट भट्ठों को बंद करवाने की मांग की है.
अवैध खनन में विभाग की संलिप्तता
इलाके में अवैध खनन जारी है. इसके लिए प्रशासन को मुकेश कुमार, मनीष साहू, सुरेंद्र साहू, राजेश साहू, रामायण पुराण, अजय साहू, मनोज साहू, शंकर साहू, नंदकिशोर साहू, कयूम अंसारी, करम सिंह मुंडा आदि पर शक है. ये सभी फिलहाल प्रशास की राडार पर हैं. इनके अलावा कई अन्य लोग अवैध खनन मामले में चिन्हित किए गए हैं. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी है. ये सभी आरोपी रांची और खूंटी जिले के रहने वाले हैं. इधर अवैध खनन में स्थानीय लोग विभाग से जुड़े लोगों के शामिल होने का शक जता रहे हैं.