खूंटीः नक्सल प्रभावित जिला खूंटी, अवैध अफीम की खेती और देसी शराब के लिए बदनाम है. लेकिन इस दाग को मिटाने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है. खूंटी में अवैध अफीम और देसी शराब के खिलाफ खूंटी पुलिस का अभियान लगातार जारी (Khunti Police campaign) है. जिला कप्तान ने भी स्पष्ट किया है कि ये आगे भी जारी रहेगा.
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पिछले तीन महीनों से अवैध अफीम के खिलाफ जन जागरुकता अभियान से खूंटी पुलिस को ग्रामीणों का सहयोग मिला है. जिसमें 600 एकड़ से अधिक में लगी अवैध अफीम की फसलों को नष्ट किया जा चुका है. जबकि अवैध महुआ शराब के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है. देसी शराब के खिलाफ इस अभियान में कई हजारों लीटर अवैध शराब और भारी संख्या में संचालित भट्टियों को ध्वस्त किया जा चुका (illegal opium and country liquor in Khunti) है.
खूंटी एसपी अमन कुमार का दावा है कि अवैध अफीम के खिलाफ अभियान पहले से और बेहतर व तेज करने की तैयारी की जा रही है. एसपी ने दावा किया है कि ग्रामीण अवैध अफीम की खेती को खुद नष्ट करेंगे तो कानूनी कार्रवाई से बचेंगे. अगर पुलिस ने कार्रवाई की तो खेती करने वाले किसानों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि हाल के दो वर्षों में 25 लोगों को सजा दिलाई जा चुकी है.
स्थानीय भाषा में चल रहा जन जागरुकता अभियानः जिला में पहली बार खूंटी के सुदूरवर्ती और जंगल पहाड़ों के बीच स्थित ग्रामीण इलाकों में लगातार अवैध अफीम की खेती के विरुद्ध खूंटी पुलिस द्वारा जागरुकता अभियान चलाए जाने से ग्रामीणों का भी साथ मिला है, इसको लेकर उनमें जागरुकता बढ़ी है. इस अभियान के बाद ग्रामीण अब स्वतः अपने हल बैल और ट्रैक्टर से अफीम के फसलों के विनष्टीकरण का कार्य कर रहे हैं. ग्रामीणों के सहयोग से खूंटी पुलिस के हौसले भी बुलंद हैं और लगातार खूंटी थाना क्षेत्र, मारंगहादा, सायको, अड़की और वीरबांकी इलाके में जन जागरुकता अभियान में तेजी लायी जा रही है. स्थानीय भाषा मुंडारी में अभियान चलाए जाने से ग्रामीणों की समझ बढ़ी है और गैर कानूनी खेती को लेकर स्वयं अफीम के पौधों को नष्ट करने में जुटे हैं.