खूंटी: पीएलएफआई नक्सलियों के खिलाफ खूंटी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने छापेमारी कर प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के हार्डकोर नक्सली एरिया कमांडर राटा उर्फ रोहित तोपनो को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली के पास से 9 एमएम की पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, संगठन का पर्चा और चंदा रसीद भी बरामद किया है.
उड़ीकेल खिजुरटोली स्थित टोंगरी से नक्सली की हुई गिरफ्तारीः दरअसल, एसपी अमन कुमार को सूचना मिली थी कि उडीकेल, खेरखई, बेलसिया जराकेल और आसपास के गांवों में राटा अपने दस्ता के साथ लेवी वसूलने और संगठन का प्रचार-प्रसार करने के लिए क्षेत्र में भ्रमणशील है. सूचना पर इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में सीआरपीएफ 94 बटालियन और थाना प्रभारी के अलावा जेएपी के जवानों के साथ गांवों में सर्च अभियान चलाया गया. इस दौरान रनिया थाना क्षेत्र के उड़ीकेल खिजुरटोली स्थित टोंगरी से एरिया कमांडर राटा उर्फ रोहित तोपनो को अवैध हथियार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
एरिया कमांडर शिव गुड़िया की गोली मार कर हत्या की थीः एरिया कमांडर राटा वर्ष 2015 से लूट, डकैती, हत्या, लेवी मांगने और नक्सली घटनाओं में संलिप्त रहा है. राटा ने वर्ष 2020 में एरिया कमांडर शिव गुड़िया को गोली मारकर हत्या कर दी थी और उसके शव को जंगल में दफना दिया था. इसके बाद क्षेत्र में राटा का वर्चस्व कायम हो गया था. तोरपा के प्रभारी डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि पीएलएफआई का कुख्यात नक्सली राटा उर्फ रोहित तोपनो क्षेत्र में विकास कार्यों में बाधक बना हुआ था और पुलिस को लगातार चुनौती दे रहा था.
राटा का रहा है आपराधिक इतिहास, दर्जनों कांड में थी तलाशः राटा की गिरफ्तारी रनिया पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि राटा दो लाख के ईनामी नक्सली सामुएल कंडुलना दस्ते का सक्रिय सदस्य था, लेकिन मार्च 2021 में तोरपा पुलिस ने सामुएल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उसके बाद से क्षेत्र में राटा व्यवसायियों को डरा-धमका कर लेवी वसूलने के काम कर रहा था. राटा आर्म्स एक्ट में पहली बार वर्ष 2016 में जेल गया था, लेकिन वर्ष 2020 में जेल से निकलने के बाद नक्सली कांडों को अंजाम देने लगा. रोहित तोपनो उर्फ राटा तोरपा थाना क्षेत्र के महराओड़ा गांव का निवासी है. गिरफ्तार नक्सली का आपराधिक इतिहास रहा है. राटा पर जिले के विभिन्न थानों में दर्जनों कांड दर्ज हैं.
छापेमारी टीम में ये थे शामिलः छापेमारी टीम में तोरपा इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, सीआरपीएफ के सहायक समादेष्टा जेम्स रंगमेई, रनिया थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक संदीप कुमार, रनिया थाना के सशत्र बल और सीआरपीएफ के अलावा जेएपी के सशस्त्र बल शामिल थे.