खूंटी: जिले में कोरोना महामारी के मद्देनजर जिला प्रशासन लगातार वाहन चेकिंग अभियान चला रहा है, लेकिन आमजन पुलिस प्रशासन पर ही परेशान करने का आरोप लगा रहे हैं. कोरोना को लेकर प्रशासन सख्ती दिखा रही है, लेकिन आम जनता अब कोरोना को लेकर जरूरी एहतियात बरतने से गुरेज कर रही है.
परिवार का भरण-पोषण करने में परेशानी
शहर के फुटकर विक्रेता कहते हैं कि चौक-चौराहे पर साग-सब्जी और फल-फूल बेचने के लिए वो सुबह से शाम तक अपनी दुकानें लगाते हैं, लेकिन वाहन चेकिंग के कारण ग्राहक कम आने से आमदनी नहीं हो रही है. ऑटो में सब्जी ढुलाई में सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से दो ही लोग ऑटो में बैठते हैं, जिससे ऑटो किराया भी अधिक चुकाना पड़ रहा है. कई बार वाहन चेकिंग में पुलिस की ओर से जुर्माना वसूला जाता है. इससे फुटकर विक्रेताओं को परेशानी उठानी पड़ रही है. आमदनी कम होने से परिवार का भरण-पोषण करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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इंश्योरेंस के नाम पर लिया जा रहा जुर्माना
बाइक चलाने वालों ने भी पुलिस प्रशासन पर रोजाना वाहन चेकिंग करने पर सवाल उठाया है. उनका कहना है कि सड़क पर पैसेंजर गड़ियां नहीं है. बाइक से ही हर काम के लिए आना होता है. पुलिस कभी ड्राइविंग लाइसेंस, कभी हेलमेट तो कभी इंश्योरेंस के नाम पर जुर्माना लेती है. गाड़ी रोककर पुलिस चाबी छीन लेती है. जिला प्रशासन ने इस मसले पर कहा कि लोगों को परेशान करने के लिए वाहन चेकिंग नहीं किया जा रहा है, बल्कि लोगों में जागरूकता लाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है. एक बार जुर्माना देने के बाद लोग जागरूक होंगे और दोबारा ऐसी गलती नहीं करेंगे.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
हर दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतते हुए मास्क पहनना अनिवार्य है. इसके साथ ही सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना है. ऑटो वालों को भी आदेश दिया गया है कि 4 सीटर वाले में 2 सवारी और 7 सीटर वाले में 4 सवारी लेकर चल सकते हैं.