खूंटी: नक्सलवाद, उग्रवाद और क्षेत्र के भटके हुए युवाओं को सही राह दिखाने के लिए एक बार फिर मुंडा बहुल खूंटी जिले में लोग एकजुट होने लगे हैं. फिर से जिले में शांति सभा का गठन हो चुका है. जिसकी पहली सभा 7 जनवरी को मारंगहदा थाना क्षेत्र के डेयो गांव में सुबह 10 बजे से बुलाई गई है. सभा में सभी महिला पुरुषों को शामिल होना अनिवार्य बताया गया है.
चार-पांच साल पहले भी जिले के खूंटी, मुरहू और अड़की प्रखंड क्षेत्रों में शांति सभा के नाम पर सरेंडर, सभा में सजा सुनाना, नक्सलियों के परिजनों को भरी सभा में सरेंडर करने का दबाव बनाने का काम शांति सभा के माध्यम से किया जाता था. जिले में पत्थलगड़ी आंदोलन के बाद से शांति सभा का आयोजन बंद हो गया था, लेकिन इसकी शुरूआत मारंगहदा से की जाने की तैयारी की जा रही है.
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शांति सभा के नाम से मुंडा बहुल इलाके में पम्पलेट बांट कर लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है. हालांकि शांति सभा के नेतृत्वकर्ताओं से सभा से संबंधित बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि 7 जनवरी को ही बताएंगे. जहां सभा होना है. इधर जिले के एसपी को भी इसकी जानकारी है और उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है.