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तीन पत्थलगड़ी समर्थक को गुजरात एटीएस ने किया गिरफ्तार

mastermind of Pathalgadi movement Babita Kachhap arrested
बबीता कच्छप
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Published : Jul 25, 2020, 11:32 AM IST

Updated : Aug 13, 2020, 6:42 PM IST

11:25 July 25

गुजरात एटीएस ने महिसागर से किया गिरफ्तार

देखें पूरी खबर

महिसागर,गुजरात: झारखंड के तीन पत्थलगड़ी समर्थकों को गुजरात एटीएस ने महिसागर जिले के संतरामपुर से गिरफ्तार किया है. इनके नाम हैं  बबीता कच्छप, सामू ओरेयाऔर बिरसा ओरेया. तीनों पर गुजरात के महिसागर में राज्य सरकार के खिलाफ आदिवासियों को भड़काने का आरोप लगा है. इनपर राजद्रोह और आपराधिक षड्यंत्र से जुड़ी धाराएं लगाई गई हैं.

एटीएस को सूचित किया गया कि बबीता कच्छप अपने मकसद के लिए सतीपतिसंप्रदाय के अनुयायियों को उकसा रही थीं. इसके अलावा ओरेया और बिरसा ओरेया तापी जिले के व्यारा तालुका में सतीपति संप्रदाय के अनुयायियों को उकसाने में सक्रिय थे. एटीएस ने उनके पास से संबंधित पत्रक और मुद्रित सामग्री बरामद की है. जिसके आधार पर वे सतीपति संप्रदाय के अनुयायियों के बीच हिंसक संदेश फैला रहे थे. आरोपियों के मोबाइल फोन और लैपटॉप में भी आपत्तिजनक सामग्री पाई गई है. गिरफ्तारी के बाद तीनों को अहमदाबाद लाया गया है.

ये भी देखें- पैसे वालों के लिए पहला कोविड अस्पताल तैयार, एक दिन का लगेगा 2 से ढाई हजार

क्या है पत्थलगड़ी आंदोलन

आदिवासियों ने पत्थलगड़ी आंदोलन  2017-18 में शुरू किया था. उन्होंने बड़े-बड़े पत्थर गांव के बाहर शिलापट्ट की तरह लगा दिए थे. जैसा कि नाम से स्पष्ट है-पत्थर गाड़ने का सिलसिला खूंटी जिले से शुरू हुआ और  एक आंदोलन के रूप में व्यापक होता चला गया. लिहाजा इसे पत्थलगड़ी आंदोलन का नाम दिया गया. बबीता के उकसावे से खूंटी जिला में पत्थलगड़ी की आग तेजी से फैली थी. पुलिस ने बबीता और उसके करीबियों पर मामला दर्ज किया था, उसके बाद से वे फरार थे.

11:25 July 25

गुजरात एटीएस ने महिसागर से किया गिरफ्तार

देखें पूरी खबर

महिसागर,गुजरात: झारखंड के तीन पत्थलगड़ी समर्थकों को गुजरात एटीएस ने महिसागर जिले के संतरामपुर से गिरफ्तार किया है. इनके नाम हैं  बबीता कच्छप, सामू ओरेयाऔर बिरसा ओरेया. तीनों पर गुजरात के महिसागर में राज्य सरकार के खिलाफ आदिवासियों को भड़काने का आरोप लगा है. इनपर राजद्रोह और आपराधिक षड्यंत्र से जुड़ी धाराएं लगाई गई हैं.

एटीएस को सूचित किया गया कि बबीता कच्छप अपने मकसद के लिए सतीपतिसंप्रदाय के अनुयायियों को उकसा रही थीं. इसके अलावा ओरेया और बिरसा ओरेया तापी जिले के व्यारा तालुका में सतीपति संप्रदाय के अनुयायियों को उकसाने में सक्रिय थे. एटीएस ने उनके पास से संबंधित पत्रक और मुद्रित सामग्री बरामद की है. जिसके आधार पर वे सतीपति संप्रदाय के अनुयायियों के बीच हिंसक संदेश फैला रहे थे. आरोपियों के मोबाइल फोन और लैपटॉप में भी आपत्तिजनक सामग्री पाई गई है. गिरफ्तारी के बाद तीनों को अहमदाबाद लाया गया है.

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क्या है पत्थलगड़ी आंदोलन

आदिवासियों ने पत्थलगड़ी आंदोलन  2017-18 में शुरू किया था. उन्होंने बड़े-बड़े पत्थर गांव के बाहर शिलापट्ट की तरह लगा दिए थे. जैसा कि नाम से स्पष्ट है-पत्थर गाड़ने का सिलसिला खूंटी जिले से शुरू हुआ और  एक आंदोलन के रूप में व्यापक होता चला गया. लिहाजा इसे पत्थलगड़ी आंदोलन का नाम दिया गया. बबीता के उकसावे से खूंटी जिला में पत्थलगड़ी की आग तेजी से फैली थी. पुलिस ने बबीता और उसके करीबियों पर मामला दर्ज किया था, उसके बाद से वे फरार थे.

Last Updated : Aug 13, 2020, 6:42 PM IST
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