खूंटीः भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में सीएम हेमंत सोरेन ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. सीएम ने कहा कि 150 वर्ष लग गए भगवान बिरसा मुंडा का नाम देश के पटल तक आने में, आज देश की जनता दिल्ली के दरवाजे खटखटाने की हिम्मत रखती है, इसलिए देश में बिरसा मुंडा को सम्मान देने के लिए केंद्र को झुकना पड़ा. सीएम ने कहा कि आदिवासी किसी से भीख नहीं मांगते, राज्य भीख में नही मिली है इसके लिए लड़ना पड़ा है.
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झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर पहली बार कोई मुख्यमंत्री उलिहातू पहुंचकर भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों को सम्मानित किया है. इसके अलावा सीएम ने जिला में 111 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्धघाटन किया. साथ में सीएम ने 50 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण भी किया. खूंटी की जनता को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि झारखंड के आदिवासी सदियों से पिछड़े हैं, आज आपके बीच के ही एक युवक समाज को दिशा दे रहे हैं, हम आपके लिए योजना तैयार करते हैं, जिसमें जल, जंगल, जमीन का ध्यान रखा जाता है.
उन्होंने कहा कि नौजवानों को विदेश में पढ़ने के लिए अनुदान देकर सरकार पढ़ा रही है. खूंटी, गुमला, सिमडेगा में खिलाड़ियों की खान है. 20 वर्षो में पहली बार खिलाड़ियों को नौकरी दिया गया है. सीएम ने कहा कि जो खेल रांची में होना चाहिए था वो खेल सिमडेगा में हुआ. फूलो झानो योजना के तहत पेड़ के नीचे हाट बाजार में महिलाएं हड़िया बेच रही हैं, उनके लिए सरकार ने पूरी तरह से योजनाओं का दरवाजा खोल रखा है.
सीएम ने अपने संबोधन में किसी दल का नाम लिए बगैर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह समाज को धीरे-धीरे खोखला करने का यहां षड्यंत्र चल रहा है. समाज को इसका बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना होगा. हर समय बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू जैसे लोग पैदा नहीं होंगे, आप जागरूक नहीं होंगे तो सरकार भी कुछ नहीं कर पाएगी. इस कार्यक्रम में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, तमाड़ विधायक विकास मुंडा के अलावा डीसी समेत जिला के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे.