खूंटीः नक्सल प्रभावित जिले के ग्रामीण क्षेत्र की आदिवासी बच्चियां इच्छाशक्ति और मजबूत इरादों से सपनों की उड़ान भर रही हैं. जेईई मेंस में खूंटी की 10 छात्राओं की रैंकिंग बेहतर होने से अन्य छात्राओं को प्रेरित भी कर रही हैं जबकि पूर्व में दो छात्राएं नीट क्वालीफाई कर चुकी है. इसमें भगवान बिरसा मुंडा के वंशज की एक पुत्री भी शामिल है.
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भगवान बिरसा मुंडा की धरती की आदिवासी बच्चियों ने अपनी मेहनत और लगन से नई ऊंचाईयों को छूने की कोशिश की है. जिला प्रशासन की मदद से यहां के आदिवासी बच्चियों को जेईई मेंस जैसे एग्जाम में सफलता मिली है. जिला के कस्तूरबा गांधी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं जेईई मेंस में अपनी जगह बनाई है. यहां की 10 छात्राओं ने जेईई मेंस 2022 की परीक्षा में 15 हजार रैंकिंग के अंदर स्थान हासिल किया है.
इन सफल छात्राओं में एलिसा हास्सा, सोहनी बाखला, एजेंल सियोन तोपनो, मेरी कंडूलना, सरस्वती कुमारी का नाम शामिल है. जबकि सुचिता सुरीन, पुष्पा कंडूलना, संतोषी कुमारी, श्रुति कुमारी और निशा कुमारी भी बेहतर रैंकिंग के साथ शामिल है. जिला प्रशासन द्वारा चयनित छात्राओं को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कालामाटी में जेई एडवांस की परीक्षा की तैयारी कराएगी. साथ ही सभी छात्राओं के काउंसलिंग में आवश्यक सहयोग प्रदान करते हुए उच्च शिक्षण संस्थानों में नामांकन का प्रयास करेगी.
आकांक्षी जिला कार्यक्रम की पहलः इन छात्राओं ने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत सपनों की उड़ान कार्यक्रम से जुड़कर ये पता चला कि तैयारी किस प्रकार करनी है, कड़ी मेहनत करने का हौंसला मिला. उन्होंने दूसरी छात्राओं को इससे जुड़ने का संदेश दिया. बता दें कि खूंटी जिले की भौगोलिक परिवेश को देखते हुए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाली, आर्थिक रूप से पिछड़ी, अनाथ, एकल अभिभावक छात्राओं की शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से डीसी की नई सोच के क्रियान्वयन एवं दिशा निर्देश में आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत सपनों की उड़ान कार्यक्रम की शुरूआत की गयी.
इस पहल का सकारात्मक परिणाम इन लड़कियों के रूप सामने आ रहा है. इसके साथ साथ खूंटी जिला के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की 11वीं-12वीं छात्राओं को भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान और गणित जैसे विषयों की पढ़ाई कराई जा रही है. इसके अलावा आईटीआई के साथ साथ मेडिकल एग्जाम में क्वालिफाई कराने के उद्देश्य से ऑनलाइन/ऑफलाइन शिक्षा दी जा रही है. फिलहाल कस्तूरबा स्कूल में 39 छात्राएं नीट की तैयारी कर रही हैं. इससे पहले दो छात्रा पूजा कुमारी और वाटिका कुमारी का नीट में सेलेक्शन हो चुका है. जिसमें वाटिका कुमारी एमजीएम जमशेदपुर में पढ़ाई कर रही है.