खूंटी: पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश बैस को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है. कुल आठ राज्यों में नए राज्यपाल बनाए गए हैं. इसको लेकर लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष करिया मुंडा से जब सवाल पूछा गया कि वे राज्यपाल की 'रेस' में पीछे रह गए तब उन्होंने कहा कि मुझे आगे चलने की आदत नहीं है. पार्टी के हर फैसले का सम्मान है.
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करिया मुंडा ने कहा कि एक नेता के तौर पर भले उनका आकलन किया जा रहा होगा लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है. पार्टी जो निर्णय लेगी उसका पूरा सम्मान है. पार्टी के निर्णय पर ज्यादा बोलना बेहतर नहीं है. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने करिया मुंडा का टिकट काट दिया था. उनकी जगह अर्जुन मुंडा को खूंटी से लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया. वर्तमान में अर्जुन मुंडा खूंटी से सांसद हैं और केंद्र में मंत्री हैं. करिया मुंडा झारखंड भाजपा के कद्दावर नेता के तौर पर जाने जाते हैं.
रमेश बैस को दी बधाई, बोले- आएंगे तो पुरानी यादें ताजा होगी
अटल मंत्रिमंडल में साथ रहे लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष और पद्मभूषण करिया मुंडा ने झारखंड का राज्यपाल बनने पर रमेश बैस को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि रमेश बैस उनके अच्छे मित्र हैं. वे झारखंड आएंगे तो मुलाकात होगी और पुरानी बातों पर चर्चा होगी. वे जल्दी आएं और अपना काम संभालें. रमेश बैस के बारे में करिया मुंडा ने कहा कि वो हमारे खास मित्र हैं. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार में कई बार मंत्री रह चुके हैं. सांसद-विधायक के अलावा केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं.
रमेश बैस का राजनीतिक सफर
रमेश बैस फिलहाल त्रिपुरा के राज्यपाल हैं. मंगलवार को उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है. छत्तीसगढ़ के मूल निवासी रमेश बैस रायपुर से लोकसभा सदस्य रहे हैं. छत्तीसगढ़ से लगातार सात बार सांसद बनने का उन्होंने कीर्तिमान बनाया था. 1947 में जन्मे बैस केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं. जुलाई 2019 में वे त्रिपुरा के राज्यपाल बनाए गए थे.