खूंटीः सरकार की रोक के बावजूद जिले में बालू का अवैध खनन और परिवहन धड़ल्ले से जारी है. टास्क फोर्स भी बालू के अवैध कारोबार को रोकने में विफल साबित हो रहा है. महीने में कभी-कभार खनन विभाग हरकत में जरूर आता है और कार्रवाई करता है. इसके बाद खनन विभाग भी शांत हो कर बैठ जाता है. वहीं सड़कों पर बेरोकटोक बालू लदे वाहन पार करते हैं, लेकिन गाड़ियों को जब्त नहीं किया जाता है, बल्कि नदियों के किनारे डंप बालू को जब्त कर और डंप करने वालों के खिलाफ एफआईआर जरूर की जाती है.
दर्जनों बालू माफियाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्जः जनवरी के आखिर में खनन विभाग ने दर्जनों बालू माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिले का खनन विभाग और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में तोरपा थाना क्षेत्र स्थित कारो नदी के किनारे कई क्षेत्रों में अवैध बालू के भंडारण के खिलाफ अभियान चलाया गया. इस दौरान विभिन्न स्थानों में अवैध रूप से भंडारित 1.70 लाख सीएफटी बालू जब्त किया गया. इस संबंध में अवैध रूप से बालू के भंडारण करने के आरोप में इंद्रजीत ओहदार, टिकलू महतो, मनोज यादव, प्रदीप यादव, चंदन जायसवाल, छत्रपाल गोप, तनवीर खान, सत्येंद्र नाथ, विजय गोप, परमानंद नाथ शाहदेव के खिलाफ तोरपा थाना में एफआईआर दर्ज की गई है.
डीएमओ ने नेतृत्व में चलाया गया अभियानः इस संबंध में खनन निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि डीएमओ मो नदीम शफी के नेतृत्व में तोरपा थाना अंतर्गत जापूटांड़, सैसेरा, ईचा, गिडम में वन विभाग के सहयोग से कारो नदी के किनारे छापेमारी अभियान चलाया गया. अभियान के क्रम में जापूटांड़ में 25500 सीएफटी, सैसेरा में 28000 सीएफटी, ईंचा में 47 हजार सीएफटी, गिडुम में 55 हजार सीएसटी और गिडुम फूल के समय 15000 सीएफटी अवैध रूप से भंडारित कर रखे गए बालू जब्त किया गया है.
स्टोन चिप्स लदा ट्रैक्टर भी जब्तः इस संबंध में खनन इंस्पेक्टर ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के बाद अवैध रूप से बालू खनन और भंडारण में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है. खनन निरीक्षक ने बताया कि अभियान के क्रम में तोरपा थाना क्षेत्र से अवैध रूप से स्टोन चिप्स का परिवहन कर रहे एक ट्रैक्टर को जब्त किया गया है.