खूंटीः जिला पुलिस ने रिमांड पर लिए गए अपराधी जीबुनस आइंद उर्फ छोलल, नरेंद्र गोप उर्फ रंथू गोप और जय प्रकाश उर्फ जेपी के निशानदेही पर भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद किये हैं. तोरपा के टाटी और गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र के रामतोलैया गांव में छुपाकर रखे हुए तीन दो नाली बंदूक, एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है. इन तीनों का अपराधिक इतिहास रहा है और पीएलएफआई संगठन के लिये काम करते थे.
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तोरपा डीएसपी ओपी तिवारी ने बताया कि रिमांड पर लिए गए सभी नक्सली संगठन पीएलएफआई से जुड़े हैं और पूर्व में हुए आगजनी की घटना में शामिल रहे हैं. पीएलएफआई सुप्रिमो के जेल जाने के बाद एरिया कमांडर कामडारा थानांतर्गत कुली गांव निवासी प्रशांत कुमार उर्फ डब्ल्यू अपने सदस्यों के साथ संगठन विस्तार में लगा हुआ था. इसके सदस्यों ने व्यवसायियों को फोन कर लेवी की मांग कर रहे थे.
एसपी को मिले सूचना पर 2 जून को पुलिस ने चार नक्सलियों को दर्जनों कारतूस, पिस्टल और अन्य हथियार के साथ गिरफ्तार किया था लेकिन उस दौरान कई नक्सली भाग निकले थे. पुलिस ने फरार अन्य नक्सलियों के खिलाफ नामजद एफआईआर तोरपा और जरियगड़ थाना में दर्ज कराई थी, उस वक्त से तीन नक्सली फरार चल रहे थे. लेकिन पुलिसिया दबिश के कारण तीनों नक्सलियों ने न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. न्यायालय से रिमांड लेने के बाद पूछताछ के दौरान कई जानकारियां दीं. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तोरपा और गुमला के कामडारा से हथियार, गोली और कट्टा बरामद किया.
बता दें कि 2 जून को जरियगड़ पुलिस ने एक सूचना पर रेगड़े जंगल मे छापेमारी कर पीएलएफआई एरिया कमांडर समेत चार नक्सलियों को हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था. लेकििन चार नक्सली जंगल का फायदा उठाकर और पुलिस को चकमा देकर भाग निकले. पुलिस ने बताया था कि गिरफ्तार सभी नक्सली संगठन विस्तार के लिए एकत्रित हुए थे जबकि एरिया कमांडर पीएलएफआई सुप्रिमो दिनेश गोप का करीबी रहने के कारण क्षेत्र में वर्चस्व कायम करना चाहता था और संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से 20 मई को बालू डंपिंग यार्ड में जेसीबी को आग लगाकर दहशत फैलाने की कोशिश की थी.
इस छापेमारी टीम इंस्पेक्टर दिग्विजयसिंह सिंह, जरियगड़ थाना प्रभारी पंकज कुमार मंडल, तोरपा थाना प्रभारी मनीष कुमार, राकेश कुमार मंडल, जयदेव कुमार सराक, महती बापाई, कामडारा थाना के निमराम कुमार और जरियगड़ थाना की पुलिस शामिल रही.