खूंटीः आईएएस सैय्यद रियाज अहमद की जमानत याचिका को कोर्ट ने सुरक्षित रख लिया है. आईएएस अधिकारी ने जमानत के लिए खूंटी कोर्ट में दो बार जमानत याचिका दायर की थी. 6 जुलाई को सीजेएम ने खारिज कर दिया था. सोमवार यानी 11 जुलाई को भी जमानत की अर्जी एडीजे 2 सत्याकांत प्रियदर्शी की कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है. कोर्ट ने सुनवाई के लिये पुलिस से केस डायरी की मांग की है और जमानत याचिका को सुरक्षित रख लिया है.
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कोर्ट ने कहा कि जमानत पर 16 जुलाई को सुनवाई होगी. यह मामला खूंटी एसडीओ आईएएस सैय्यद रियाज अहमद से जुड़ा है. एसडीओ पर एक छात्रा के द्वारा छेड़खानी का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद महिला थाना में एफआईआर दर्ज कर एसडीओ को गिरफ्तार कर लिया गया था. महिला थाना में दिए शिकायत में युवती ने कहा था कि आईआईटी में पढ़ाई कर रहे 8 छात्र-छात्राओं का दल डीडीसी खूंटी के निमंत्रण में समर इंटर्नशिप के लिए आमंत्रित किया गया था. 14 जून को 8 छात्र-छात्राएं आईआईटी और अन्य शिक्षण संस्थानों से खूंटी पहुंचे थे. एक जुलाई को एसडीओ रियाज अहमद की ओर से मुझे और मेरे सहपाठियों को अपने आवास पर पार्टी के लिए बुलाया गया था. इस दौरान एसडीओ ने शराब की बोतलें भी मंगाई और हम सभी को शराब पीने का दबाव दिया. इस पार्टी के अगले दिन मुझे अकेला पाकर एसडीओ रियाज अहमद ने होठ पर जबरन चुंबन किया. यह घटना हुई तो मैं अचानक घबरा गई और वहां से बाहर भाग निकली.
छात्रा ने रियाज अहमद पर सुसंगत धाराओं के साथ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की. इसके बाद महिला थाना में भारतीय दंड संहिता की धारा 354ए (1)(2), 509 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर एसडीओ को गिरफ्तार किया गया. पांच जुलाई को ही पीड़ित छात्रा का 164 का बयान दर्ज करवाया गया और फिर प्राथमिकी में 354 धारा जोड़कर एसडीओ रियाज को कोर्ट में पेश किया गया.