खूंटी: जिले के जेल में कैदी का कोरोना रिपोर्ट रिम्स में पॉजिटिव मिला. इसके बाद उस कैदी के साथ खूंटी जेल में क्लोज कांटेक्ट में रहने वाले 16 कैदियों समेत 22 लोगों की कोरोना जांच का सैंपल लिया गया है. सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि सभी कैदियों के सैंपल जांच के लिए भेज दिया है. रिपोर्ट एक दो दिन में मिलने की संभावना है.
जगह-जगह सतर्कता बरतना शुरू
उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जेल के सभी कैदियों स्टाफ की कोरोना जांच की जाएगी. इसके साथ ही खूंटी सदर अस्पताल में कैदी का इलाज करने वाले चिकित्सक मेडिकल स्टाफ की भी जांच की जाएगी. पॉजिटिव मिलने के बाद जेल में सतर्कता बरती जा रही है. इसके साथ ही सदर अस्पताल में भी सतर्कता बरतनी शुरू हो गई है. कैदी का इलाज करने वाले चिकित्सक नर्सिंग स्टाफ की पहचान की जा रही है. जिस बेड पर कैदी को रखा गया था उसे सेनेटाइज कर कमरे से हटा दिया गया है. कैदी के रिम्स में ही संक्रमित होने की ज्यादा संभावना है. फिर भी खूंटी में विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
कोरोना की कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की होगी जांच
कोरोना वायरस के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन हुआ है या नहीं इसकी जांच के लिए आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ की 5 सदस्यीय टीम गुरुवार को खूंटी पहुंची है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रीसर्च की टीम खूंटी और रनिया प्रखंड के तीन-तीन गांवों में एंटीबॉडी टेस्ट करेगी.
सिविल सर्जन ने बताया कि आईसीएमआर डब्ल्यूएचओ और खूंटी हेल्थ की टीम रनिया प्रखंड के तांबा, बलमकेल, खटनगा खूंटी प्रखंड के बारुडीह, कालामाटी और जियरप्पा में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की जांच के लिए ग्रामीणों का एंटीबॉडी टेस्ट करेगी.
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उन्होंने कहा कि लोकल ट्रांसमिशन में यह पता होता है कि वायरस कहां से फैल रहा है. इस तरह उस स्रोत के संपर्क में आये लोगों की पहचान होती है. कम्यूनिटी ट्रांसमिशन थर्ड स्टेज होती है. यह तब आती है जब एक बड़े इलाके के लोग वायरस से संक्रमित पाए जाते है.