खूंटीः पूर्व विधायक सह कांग्रेस नेता बंधु तिर्की ने खूंटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव और उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आरएसएस और भाजपा के लोग वोटों का ध्रुवीकरण करने के प्रयास में जुट गए हैं. साथ ही डीलिस्टिंग के नाम पर आदिवासियों को बांटने की साजिश रची जा रही है. बंधु तिर्की रविवार को स्थानीय डाक बंगला में प्रेस को संबोधित कर रहे थे.
चार फरवरी को रांची में आयोजित होगी आदिवासी एकता महारैलीः कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग आदिवासी की जमीन को लूटने का काम कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस साजिश के तहत पिछले दिनों रांची में जनजातीय सुरक्षा मंच के बैनर तले सभा आयोजित की गई थी. उन्होंने कहा कि डीलिस्टिंग के नाम पर सिर्फ ईसाई धर्म अपनाने वाले लोगों को जिस प्रकार टारगेट किया जा रहा है और असंवैधानिक बातें की जा रही है. उन्होंने बताया कि इसके विरोध में 4 फरवरी 2024 को आदिवासी जनाधिकार मंच रांची के मोरहाबादी मैदान में आदिवासी एकता महारैली निकालेगा. आदिवासी एकता महारैली में आदिवासियों के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और आदिवासियों की चट्टानी एकता को प्रदर्शित किया जाएगा.
डीलिस्टिंग के नाम पर आदिवासियों को बरगलाया जा रहाः उन्होंने कहा कि डीलिस्टिंग के नाम पर आदिवासियों को बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि लूकर कमेटी को लागू करने पर कड़िया मुंडा, अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी आदि भाजपा नेता स्वयं डीलिस्टिंग में आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के लोग चाहे जितना नाक रगड़ ले झारखंड में वे कामयाब नहीं हो सकते हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा, पीटर मुंडू, विल्सन टोपनो सहित अन्य उपस्थित थे.
ये भी पढ़ें-
डीलिस्टिंग के नाम पर आदिवासियों के बीच जहर घोलना चाहती है आरएसएस और जनजाति सुरक्षा मंच- बंधु तिर्की