खूंटीः जिले में अवैध बालू खनन और परिवहन पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने खास प्लान तैयार किया है. इसके लिए प्रशासन बालू उठाव करने वाले स्थलों पर ट्रेंच काटकर बालू माफियाओं पर अंकुश लगाएगा. साथ ही नदियों तक ट्रैक्टर जाने वाले मार्ग को भी अवरुद्ध किया जाएगा. इसके लिए संबंधित सीओ और थानेदार को एसडीओ अनिकेत सचान ने निर्देश जारी कर दिया है.
प्रमुख स्थानों पर ड्रम रखवा कर बालू का अवैध परिवहन रोका जाएगाः इस संबंध में खूंटी के एसडीओ अनिकेत सचान ने कहा कि कर्रा और जरियगढ़ इलाके में अधिकतर अवैध खनन होता रहा है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले बालू के अवैध परिवहन पर रोक लगाने की तैयारी की गई. उन्होंने बताया कि अवैध बालू लदे हाइवा की गति कम करने के लिए चील ड्रम रखवाए गए हैं. ड्रमों में बालू भरकर चिन्हित स्थानों में रखा गया है. एसडीओ ने दावा किया है कि बालू ड्रम रखवाने और ट्रेंच कटिंग के बाद बालू के अवैध खनन एवं परिवहन में जरूर कमी आएगी.एसडीओ ने कहा कि बालू माफियाओं को चिन्हित कर प्रशासन कार्रवाई करेगा.
एसडीओ ने कई स्पॉट किए चिन्हितः एसडीओ ने बालू का अवैध खनन रोकने के लिए कुछ स्थलों के चिन्हित किया है. जिसमें जिले के कर्रा प्रखंड क्षेत्र के बकसपुर का लापा गांव और बकसपुर का बकसपुर गांव भी शामिल है. गोविंदपुर और गोविंदपुर स्तिथ कौवा खाफ, बमरजा, तोरपा प्रखंड क्षेत्र के मरचा, उडीकेल, कोटांगसेर, कुलडा, एरेमेरे का जंगल और साईंसेरा के जंगल में डंपिग यार्ड है. वहीं रनिया का सोदे गांव और सोदे पुल के आगे ईंट भट्ठा के समीप और तपकरा थाना क्षेत्र के कारो नदी से बालू निकाला जाता है. वहीं मुरहू प्रखंड के गनालोया गांव स्तिथ बनई नदी और प्रखंड क्षेत्र के कांची नदी से बालू का अवैध उठाव किया जाता है. एसडीओ ने कहा कि प्रशासन जल्द इन स्थानों में छापेमारी अभियान चलाएगा.
माफियाओं ने बालू उठाव और परिवहन का बदला समयः बताते चलें कि बालू माफियाओं ने जिले में कई स्थानों पर घने जंगलों के बीच रास्ता बनाकर बालू का डंपिंग यार्ड बनाया है. जहां से बालू माफिया बेखौफ होकर बालू का उठाव करते हैं और परिवहन करते है. प्रशासन की सख्ती की वजह से बालू माफियाओं ने बालू उठाव कर परिवहन करने का समय भी बदल दिया है. पहले खूंटी की सड़कों पर रात 11:00 बजे सुबह 5:00 बजे तक हाइवा के माध्यम से बालू की अवैध ढुलाई की जाती थी, लेकिन अब रात 1:00 बजे से सुबह के 3:00 बजे तक ही सड़कों पर बालू लदे हाइवा और ट्रकों का परिचालन होता है. खासकर खूंटी जिले के रनिया, तोरपा और कर्रा प्रखंड क्षेत्र की नदियों से बालू का अवैध उठाव कर किया जाता है.