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झारखंड के जेलों में बंद सभी गैंगस्टर से होगा सवाल जवाब, एटीएस भी होगी शामिल - GANGSTERS OF JHARKHAND

झारखंड के जेलों में बंद सभी गैंगस्टर से पूछताछ होगी. अपराध पर लगाम लगाने के लिए झारखंड एटीएस कार्रवाई में जुट गई है.

gangsters of jharkhand
सुजीत सिन्हा से पूछताछ करती एटीएस की टीम (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 2, 2025, 3:48 PM IST

रांची: झारखंड के जेल में बंद सभी कुख्यात अपराधियों और गैंगस्टरों को पुलिस अब रिमांड पर लेकर उनसे लगातार पूछताछ करेगी. हर जिले में पूछताछ में झारखंड एटीएस की टीम भी शामिल होगी.

क्या है पूरा मामला

झारखंड में संगठित आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए अब जेल में रहकर भी अपने गिरोह का संचालन करने वाले सभी गिरोह के सरगनाओं से लगातार पूछताछ की जाएगी. इसकी शुरुआत भी कर दी गई है. हाल ही में कुख्यात अमन साव और सुजीत सिन्हा से पूछताछ कर कई जानकारियां हासिल की गई हैं. सबसे खास बात यह है कि हर बड़े अपराधी और गैंगस्टर से पूछताछ के दौरान झारखंड एटीएस की टीम भी मौजूद रहेगी.

जानकारी देते एसपी रिषभ झा (Etv Bharat)

झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि डीजीपी झारखंड ने निर्देश जारी किया है कि राज्य के हर जिले की जेलों में बंद बड़े अपराधियों से लगातार पूछताछ की जाए. इसके तहत जिला पुलिस की ओर से काम शुरू कर दिया गया है. इस काम के लिए सभी जिलों को कोर्ट में रिमांड के लिए अनुरोध करने का निर्देश दिया गया है.

उन्होंने कहा कि जहां भी कोई मामला होगा, वहां स्थानीय पुलिस पूछताछ करेगी. गिरोहों पर नियंत्रण के लिए हर जिले की पुलिस उन मामलों का अध्ययन कर रही है, जिसमें हर बार किसी बड़े अपराधी का नाम आता है. हर जिले से ऐसे अपराधी का ब्योरा मिलने के बाद एक जिले की पुलिस कोर्ट में अपील कर बड़े अपराधी को रिमांड पर लेगी और झारखंड के हर जिले की पुलिस उससे पूछताछ भी करेगी. जहां उसके खिलाफ नए मामले दर्ज किए गए हैं. चूंकि संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ झारखंड एटीएस को भी तैनात किया गया है, इसलिए वहां एटीएस भी मौजूद रहेगी.

जेल में हैं कई कुख्यात अपराधी

फिलहाल झारखंड में आठ से दस संगठित अपराधी सक्रिय हैं, जिनके अधिकांश गिरोह के सरगना जेल में हैं, कुछ फरार हैं, जबकि कुछ के गैंगवार में मारे जाने के बाद भी उनके परिवार के सदस्य या उनके बेहद करीबी लोग ही उनके गिरोह को चला रहे हैं. सलाखों के पीछे बंद प्रमुख गैंगस्टरों में डॉन अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन साव, अनिल शर्मा और अमन श्रीवास्तव शामिल हैं. ये सभी राज्य की अलग-अलग जेलों में बंद हैं.

कुख्यात गैंगस्टर भोला पांडेय और सुशील श्रीवास्तव दोनों ही गैंगवार में मारे जा चुके हैं, लेकिन राज्य में इनके दोनों गिरोह काफी सक्रिय हैं. फिलहाल भोला पांडेय के गिरोह का संचालन विकाश पांडेय कर रहा है, विकाश भी जेल में है. सुशील श्रीवास्तव के गिरोह का संचालन उसका बेटा अमन श्रीवास्तव कर रहा था, लेकिन वह भी अब जेल में है.

ऐसे कई गिरोह हैं, जिनके सरगना और पुलिस के बीच लगातार लुका-छिपी का खेल चल रहा है, इनमें प्रमुख नाम डब्लू सिंह उर्फ ​​गौतम सिंह का है. डब्लू सिंह को पलामू का आतंक कहा जाता है. दूसरे नंबर पर गैंग्स ऑफ वासेपुर का प्रिंस खान है, प्रिंस खान फिलहाल दुबई में है और वहीं से अपने गिरोह का संचालन कर रहा है. ऐसे गिरोहों के बड़े अपराधी जो जेल में हैं, उन्हें पूछताछ की श्रेणी में रखा गया है.

सुजीत सिन्हा से हुई पूछताछ

झारखंड एटीएस एसपी ऋषभ झा ने बताया कि रांची जिला पुलिस ने अपने एक मामले में सुजीत सिन्हा से पूछताछ की, जिससे काफी फायदा भी हुआ है. सुजीत सिन्हा से पूछताछ में कई तरह की जानकारी मिली है. मसलन, हाल के दिनों में उसके नए मददगार कौन हैं, उसके गिरोह में कौन-कौन नए चेहरे हैं, इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह है कि उन लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है जो झारखंड के बाहर से सुजीत गिरोह को हथियार सप्लाई कर रहे हैं. अब सुजीत के बयान को लेकर कई राज्यों की पुलिस से संपर्क किया गया है ताकि जिन हथियार तस्करों के नाम सामने आए हैं, उनकी जानकारी हासिल की जा सके.

यह भी पढ़ें:

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क्या है पूरा मामला

झारखंड में संगठित आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए अब जेल में रहकर भी अपने गिरोह का संचालन करने वाले सभी गिरोह के सरगनाओं से लगातार पूछताछ की जाएगी. इसकी शुरुआत भी कर दी गई है. हाल ही में कुख्यात अमन साव और सुजीत सिन्हा से पूछताछ कर कई जानकारियां हासिल की गई हैं. सबसे खास बात यह है कि हर बड़े अपराधी और गैंगस्टर से पूछताछ के दौरान झारखंड एटीएस की टीम भी मौजूद रहेगी.

जानकारी देते एसपी रिषभ झा (Etv Bharat)

झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि डीजीपी झारखंड ने निर्देश जारी किया है कि राज्य के हर जिले की जेलों में बंद बड़े अपराधियों से लगातार पूछताछ की जाए. इसके तहत जिला पुलिस की ओर से काम शुरू कर दिया गया है. इस काम के लिए सभी जिलों को कोर्ट में रिमांड के लिए अनुरोध करने का निर्देश दिया गया है.

उन्होंने कहा कि जहां भी कोई मामला होगा, वहां स्थानीय पुलिस पूछताछ करेगी. गिरोहों पर नियंत्रण के लिए हर जिले की पुलिस उन मामलों का अध्ययन कर रही है, जिसमें हर बार किसी बड़े अपराधी का नाम आता है. हर जिले से ऐसे अपराधी का ब्योरा मिलने के बाद एक जिले की पुलिस कोर्ट में अपील कर बड़े अपराधी को रिमांड पर लेगी और झारखंड के हर जिले की पुलिस उससे पूछताछ भी करेगी. जहां उसके खिलाफ नए मामले दर्ज किए गए हैं. चूंकि संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ झारखंड एटीएस को भी तैनात किया गया है, इसलिए वहां एटीएस भी मौजूद रहेगी.

जेल में हैं कई कुख्यात अपराधी

फिलहाल झारखंड में आठ से दस संगठित अपराधी सक्रिय हैं, जिनके अधिकांश गिरोह के सरगना जेल में हैं, कुछ फरार हैं, जबकि कुछ के गैंगवार में मारे जाने के बाद भी उनके परिवार के सदस्य या उनके बेहद करीबी लोग ही उनके गिरोह को चला रहे हैं. सलाखों के पीछे बंद प्रमुख गैंगस्टरों में डॉन अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन साव, अनिल शर्मा और अमन श्रीवास्तव शामिल हैं. ये सभी राज्य की अलग-अलग जेलों में बंद हैं.

कुख्यात गैंगस्टर भोला पांडेय और सुशील श्रीवास्तव दोनों ही गैंगवार में मारे जा चुके हैं, लेकिन राज्य में इनके दोनों गिरोह काफी सक्रिय हैं. फिलहाल भोला पांडेय के गिरोह का संचालन विकाश पांडेय कर रहा है, विकाश भी जेल में है. सुशील श्रीवास्तव के गिरोह का संचालन उसका बेटा अमन श्रीवास्तव कर रहा था, लेकिन वह भी अब जेल में है.

ऐसे कई गिरोह हैं, जिनके सरगना और पुलिस के बीच लगातार लुका-छिपी का खेल चल रहा है, इनमें प्रमुख नाम डब्लू सिंह उर्फ ​​गौतम सिंह का है. डब्लू सिंह को पलामू का आतंक कहा जाता है. दूसरे नंबर पर गैंग्स ऑफ वासेपुर का प्रिंस खान है, प्रिंस खान फिलहाल दुबई में है और वहीं से अपने गिरोह का संचालन कर रहा है. ऐसे गिरोहों के बड़े अपराधी जो जेल में हैं, उन्हें पूछताछ की श्रेणी में रखा गया है.

सुजीत सिन्हा से हुई पूछताछ

झारखंड एटीएस एसपी ऋषभ झा ने बताया कि रांची जिला पुलिस ने अपने एक मामले में सुजीत सिन्हा से पूछताछ की, जिससे काफी फायदा भी हुआ है. सुजीत सिन्हा से पूछताछ में कई तरह की जानकारी मिली है. मसलन, हाल के दिनों में उसके नए मददगार कौन हैं, उसके गिरोह में कौन-कौन नए चेहरे हैं, इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह है कि उन लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है जो झारखंड के बाहर से सुजीत गिरोह को हथियार सप्लाई कर रहे हैं. अब सुजीत के बयान को लेकर कई राज्यों की पुलिस से संपर्क किया गया है ताकि जिन हथियार तस्करों के नाम सामने आए हैं, उनकी जानकारी हासिल की जा सके.

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