खूंटी: जिले के कर्रा प्रखंड के लौयकेल में बने मनरेगा पार्क सह किसान पाठशाला फिर से विवादों में घिरता दिखाई दे रहा है. मनरेगा पार्क में अनियमितता मामले की जांच चल ही रही है. इसी बीच स्कूल से पार्क गए बच्चियों से एंट्री के लिए 15 हजार रुपए की मांग की गई. रुपये की मांग होने के बाद स्कूल प्रशासन बच्चियों को लेकर वापस स्कूल लेकर चला गया.
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पूरा क्या मामला है: दरअसल, आरसी बालिका मध्य विद्यालय की छात्राओं को स्कूल प्रशासन मनरेगा पार्क के भ्रमण के लिए लेकर गया था. मामला मंगलवार का है, जब आरसी बालिका मध्य विद्यालय की छात्राओं से पार्क में प्रवेश शुल्क के नाम पर 15 हजार रुपये की मांग की गयी. जिसके बाद स्कूल की छात्राएं पार्क का भ्रमण किये बिना ही लौट गयीं. स्कूल की प्रधानाध्याप जीवन लता बेग अपने साथ स्कूल की 255 छात्राओं को मनरेगा पार्क घूमाने के लिए लेकर गयी थी. वहां कर्मियों ने प्रवेश शुल्क के नाम पर 15 हजार रुपये की मांग कर दी. जिसके बाद सभी छात्राएं स्कूल लौट गयीं.
मनरेगा पार्क में प्रवेश के लिए नहीं लगता है कोई शुल्क: मामले की सूचना मिलने पर कर्रा पंचायत मुखिया रश्मि लकड़ा, बमरजा पंचायत मुखिया अनूप कुजूर और झामुमो प्रखंड अध्यक्ष शेख फिरोज स्कूल पहुंचे. उन्होंने प्रधानाध्यापक से पूरे मामले की जानकारी ली और स्कूली छात्राओं से भ्रमण के लिए राशि की मांग किये जाने को गलत बताया. उन्होंने कहा कि मनरेगा पार्क में प्रवेश करने के लिए अब तक किसी प्रकार का शुल्क नहीं लगाया गया है. इस संबंध में किसी प्रकार की सूचना जारी नहीं की गयी है.
डीडीसी ने क्या कहा: इस मामले को लेकर सभी ने रोष प्रकट किया. इधर मामला तूल पकड़ता देख मनरेगा पार्क के कर्मी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं. कर्मी नीरज कुमार ने बताया कि वह किसी भी तरह का जवाब नहीं दे सकते. जबकि जिले के डीडीसी नीतीश कुमार सिंह ने कहा कि मनरेगा पार्क सह किसान पाठशाला की देखरेख को लेकर जिला परिषद से नियमावली बनायी गयी है, लेकिन अभी कोई शुल्क नहीं लगाया गया है.