जामताड़ा: जिले के गांधी मैदान में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान भारी संख्या में लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. मुख्य अतिथि के रूप में बाबूलाल मरांडी ने इस समारोह में शिरकत की. उनका स्वागत परंपरागत रीति रिवाज से किया गया. बाबूलाल मरांडी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरूआत की और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बचाकर रखने का संकल्प भी लिया.
इस मौके पर बाबूलाल मरांडी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अलग राज्य बनने के बाद भी यहां के लोगों का जो सपना था, वह पूरा नहीं हो पाया है. आज भी यह सपना अधूरा है. आदिवासी समाज का जो विकास होना चाहिए था नहीं हो पाया है. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार आदिवासियों को उनकी जमीन से उजाड़ने पर आमादा है. आज भी आदिवासी अपने जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. बड़ी संख्या में आदिवासियों के राज्य से पलायन को लेकर चर्चा करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासियों के लगातार पलायन से उनकी संख्या में कमी हो रही है, जो चिंता का विषय है. वहीं उन्होंने आदिवासियों को अपने अधिकार के प्रति सजग रहने की भी बात कही.
एक और जहां विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आदिवासी समाज संगठन ने अपनी संस्कृति की सुरक्षा को लेकर संकल्प लिया, वहीं दूसरी ओर संविधान द्वारा उनको मिले अधिकार को सही रूप से नहीं मिल पाने पर चिंता भी जताई.