जामताड़ा: जिले के मेझिया गांव में ग्रामीणों ने मंदिर और धर्म पर आस्था जगाने के लिए बजरंगबली मंदिर निर्माण करने की ठान ली है. बुधवार को ग्रामीणों ने श्रमदान और आपसी सहयोग से मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया है.
श्रमदान से शुरू किया मंदिर निर्माण कार्य
धर्म के प्रति आस्था यदि जग जाए और लोग ठान लें तो असंभव काम भी संभव हो सकता है. आस्था सब पर भारी पड़ सकता है. ऐसा ही एक मामला जामताड़ा के मेझिया गांव में सामने आया है. जहां ग्रामीणों ने गांव में बजरंगबली मंदिर निर्माण करने की ठान ली है. मंदिर निर्माण के प्रति उनकी आस्था जगी और श्रमदान से मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया. ऐसे में गांव के लोगों के मंदिर निर्माण के प्रति आस्था को देखकर स्थानीय समाजसेवी इंटक नेता ने सहयोग का हाथ बढ़ाया है.
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ग्रामीणों की आस्था देख इंटक नेता ने भी की मदद
ग्रामीणों को मंदिर निर्माण के प्रति आस्था को देखते हुए स्थानीय समाजसेवी इंटक नेता ने सहयोग का हाथ बढ़ाया है. स्थानीय इंटक नेता और समाजसेवी हरिमोहन मिश्रा और गांव के मुखिया ने संयुक्त रूप से ग्रामीणों की ओर से किए जा रहे मंदिर निर्माण कार्य में अपना सहयोग देते हुए विधिवत रूप से भूमि पूजन कर अपना श्रमदान दिया. साथ ही इस मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया. समाजसेवी इंटक नेता हरिमोहन मिश्रा ने ग्रामीणों की ओर से मंदिर के प्रति आस्था व्यक्त करने पर काफी सराहा है. उन्होंने कहा कि गांव के लोग इससे पहले भी मंदिर बनाने को लेकर जूटे रहे हैं और उनकी आस्था मंदिर और धर्म के प्रति है. इंटक नेता और समाजसेवी हरिओम मिश्रा ने कहा कि मंदिर मस्जिद एक आस्था का जगह है और इस मंदिर और मस्जिद को लेकर किसी भी तरह की धर्म को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए.