जामताड़ाः रविवार को जिला प्रशासन की ओर से लगाए गए किसान मेला सह कृषि प्रदर्शनी कार्यक्रम में व्यवस्था की पोल उस वक्त खुल गई. जब कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचीं ग्रामीण महिलाओं को खाना-नाश्ता और पुरस्कार नहीं मिला. इसको लेकर महिलाओं ने जमकर हंगामा किया. उनका आरोप है कि खाना-नाश्ता और पुरस्कार बोल कर कार्यक्रम में लाया गया था. दिनभर कार्यक्रम में रहने के बाद भी पुरस्कार नहीं मिलने पर महिला किसान वापस लौटीं.
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प्रशासन की व्यवस्था की खुली पोल
जामताड़ा में प्रशासन की ओर से लगाए गए किसान मेला सह कृषि प्रदर्शनी में प्रशासन की व्यवस्था की पोल खुल गई. जब कार्यक्रम में भाग लेने आईं महिलाओं ने खाना-नाश्ता नहीं मिलने पर पुरस्कार नहीं मिलने पर जमकर हंगामा किया. शाम तक कार्यक्रम में रहने के बाद भी नाश्ता और पुरस्कार नहीं मिला तो कार्यक्रम के बाद महिला किसानों ने जमकर बवाल काटा.
महिला किसानों का आरोप
रविवार को प्रशासन की ओर से कृषि प्रदर्शनी सह किसान मेला का आयोजन किया गया था. इसको लेकर महिलाओं का आरोप है कि उनक यह कहकर लाया गया था कि उन्हें खाना-नाश्ता मिलेगा और उनके खेतों में फसल प्रदर्शनी लगाने पर पुरस्कार भी दिया जाएगा. इस उम्मीद पर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के महिला किसानों ने कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचीं और प्रदर्शनी में अपना खेतों में फसल को प्रदर्शित भी किया.
हंगामा होने के बाद में आनन-फानन में महिलाओं को शांत करने के लिए घुघनी-मुढ़ी की व्यवस्था की गई, जहां सभी टूट पड़े. जामताड़ा के महिला किसानों के प्रति जिला प्रशासन और संबंधित विभाग के पदाधिकारी कितने संवेदनशील हैं, इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.