जामताड़ा: जिले में उज्ज्वला योजना का लाभ आज भी आदिवासी परिवार जरूरतमंदों को नहीं मिल पाया है. नतीजतन वो जंगल झाड़ से सूखी लकड़ी चुनने को विवश हैं. सूखी लकड़ी चुनकर वो लाती हैं तब जाकर वह लकड़ी से चूल्हा जलाकर खाना पकाने का काम करती हैं.
आदिवासी महिलाओं का कहना है कि उज्ज्वला योजना के तहत गैस नहीं मिला है. जिससे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. महिलाएं मजबूरी में लकड़ी चुनकर लाती हैं, जिससे कि उनके घर का चूल्हा जल सके.
उपायुक्त ने लाभ दिलाने का दिलाया भरोसा
उज्ज्वला योजना के लाभ से वंचित इन आदिवासी महिलाओं के बारे में उपायुक्त को जानकारी देने पर उन्होंने इस पर तुरंत संज्ञान लिया. जांच के बाद सुयोग्य पाए जाने पर योजना का लाभ दिलाने का भरोसा दिलाया. उपायुक्त ने कहा कि इस पर कार्रवाई की जाएगी और जांच कर गैस का लाभ दिलाया जाएगा.
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बता दें कि केंद्र सरकार ने गरीब महिलाओं को मुफ्त में गैस चूल्हा, सिलिडर दिए जाने को लेकर उज्ज्वला योजना चलाई है. जिसके तहत गरीब महिलाओं को मुफ्त में सिलिंडर गैस चूल्हा दिया जाता है. लेकिन जामताड़ा जिले में अभी भी अधिकांश जरूरतमंद महिलाओं को इस योजना का लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है.