जामताड़ाः जिले में रविवार से तीन दिवसीय मां चंचला महोत्सव शुरू हो गया है. महोत्सव के पहले दिन भव्य मंगल कलश यात्रा निकाली गई. श्रद्धालु गाजे-बाजे और ढोल नगाड़े के साथ शहर में कलश यात्रा ले कर निकले. हजारों की संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए. पूरा शहर भक्तिमय नजर आ रहा है.
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जामताड़ा में प्रत्येक वर्ष मां चंचला महोत्सव मनाया जाता है. मां चंचला वार्षिक महोत्सव को लेकर उत्सव का माहौल है. 16 से 18 जनवरी तक मनाए जाने वाले महोत्सव के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई, जो शहर के विभिन्न चौक चौराहों से होते हुए मंदिर में जाकर समाप्त हुई. कलश यात्रा के दौरान महिला श्रद्धालु माथे पर कलश लेकर जयकारा लगाते हुए चल रही थी तो पुरुष श्रद्धालु ढोल नगाड़े बजाते चल रहे थे.
मां चंचला महोत्सव को लेकर मां चंचला मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है. महोत्सव के दौरान मंदिर परिसर में चंडी पाठ के साथ साथ भजन कीर्तन का आयोजन किया जाएगा. इस भजन कीर्तन और पूजा पाठ में काफी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं और मां की पूजा अर्चना करते हैं. 18 जनवरी को अंतिम दिन पूर्णाहुति के साथ महोत्सव का समापन किया जाएगा.
जामताड़ा में मां चंचला मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो हजारों श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना रहता है. पुजारी ने बताया कि मां चंचला मंदिर की ओर से प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के बाद मां चंचला महोत्सव मनाया जाता है. महत्सव के दौरान विशेष आयोजन किया जाता है. इस वर्ष भी विशेष व्यवस्था की गई है. खासकर, कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है, ताकि संक्रमण का फैलाव नहीं हो.