जामताड़ा: नरायणपुर थाना क्षेत्र के डोकीडीह में सरस्वती मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प की घटना घटी है. हिंसक झड़प के दौरान जमकर दोनों ओर से पथराव भी किया गया. इस घटना में चार पुलिसकर्मियों के साथ साथ दर्जनों लोग घायल हुए हैं. हालांकि, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और भीड़ को नियंत्रित करने में जुट गई. पुलिस को उपद्रवियों को नियंत्रित करने को लेकर हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी है.
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स्थानीय लोगों ने बताया कि डोकोडीह गांव में देर शाम सरस्वती मूर्ति विसर्जन किया जा रहा था. पूजा समिति के युवा अपने मूर्ति को पूर्व निर्धारित मार्ग से विसर्जन स्थल की ओर जा रहे थे. निर्धारित मार्ग पर कुछ घर विशेष समुदाय के लोगों का है. मूर्ति विसर्जन में शामिल लोग गाते-बजाते जा रहे थे. इसी दौरान एक गुट के लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसके बाद स्थिति बिगड़ी और दोनों ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई. उपायुक्त ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों का करतूत है. हालांकि, स्थिति नियंत्रित हो गई है और मूर्ति विसर्जन भी हो गया है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मूर्ति विसर्जन के दौरान अचानक हुई पत्थरबाजी से भगदड़ की स्थिति बन गई. स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद एसपी, डीएसपी, एसडीओ और थाना प्रभारी दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचे. अनियंत्रित उपद्रवियों को देखते हुए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इससे भीड़ को तितर-बितर किया गया. हालांकि, गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. इसके बावजूद तनाव की स्थिति बनी हुई है.
मिली जानकारी के अनुसार हिंसक झड़क की खबर फैलते ही कई गांव से लोग पहुंचने लगे. इससे विवाद काफी बढ़ गया और काफी देर तक पत्थरबाजी हुई. इस दौरान उपद्रवियों ने कई लोगों के घर में घुस गया और महिलाओं व बच्चों के साथ मारपीट की. हालांकि, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम गांव में कैंप कर रही है. इसके साथ ही अपने मौजूदगी में सरस्वती मूर्ति का विसर्जन किया गया.