जामताड़ा: चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक अवैध रूप से डंपर से कोयले की ढुलाई चल रही है. इसे लेकर सत्ता पक्ष के विधायक इरफान अंसारी और विपक्ष के विधायक रणधीर सिंह एक तरफ बोलते नजर आएं.
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डंपर चालकों की हड़ताल
अवैध ढुलाई रोकने को लेकर जब प्रशासन ने कार्रवाई की तो डंपर चालक हड़ताल पर चले गए और भाड़ा बढ़ाने की मांग करने लगे, जबकि हकीकत यह है कि अवैध रूप से कोयले की चोरी और क्षमता से अधिक कोयले की ढुलाई की जाती है, जिस के समर्थन में सारठ के भाजपा विधायक और जामताड़ा के कांग्रेस विधायक एक साथ नजर आएं. विपक्ष के विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि वह और कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी दोनों भाई दोबारा चुनाव जीतकर आए हैं और डंपर मालिक की समस्या काफी जटिल थी, जिसका निदान करना जरुरी है.
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कोयले की ढुलाई पर राजनीति
इस मामले में सत्ता पक्ष के विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि करीब 30 साल से चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई का काम एक ही ट्रांसपोर्टर की ओर से की जा रही है. इस वजह से डंपर चालक और मालिक की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां किसी भी कीमत पर हाइवा चलने नहीं देंगे. चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक करीब पांच सौ की संख्या में डंपर से कोयले की ढुलाई की जाती है, जिसमें अधिकतर डंपर या तो अनफिट रहता है या बिना नियम कानून के ही इससे कोयले की ढुलाई की जाती है. मामले में चितरा कोलियरी के महाप्रबंधक ने क्षमता के मुताबिक कोयले की ढुलाई करने की बात कही है.