जामताड़ा: विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो (Jharkhand Assembly Speaker Ravindra Nath Mahto) ने कहा कि जितना आदिवासी का विकास होना चाहिए, उतना नहीं हो पाया है. विधानसभा अध्यक्ष ने आदिवासियों के विकास के लिए शैक्षणिक, राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से कार्य करने पर बल दिया और कहा कि बिना आदिवासी के विकास के झारखंड का विकास नहीं हो सकता.
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विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर जामताड़ा के गांधी मैदान स्थित स्थापित सिदो-कान्हू की प्रतिमा का विधिवत रूप से अनावरण किया गया. झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सिदो-कान्हू की प्रतिमा का अनावरण करते हुए मूर्ति पर माल्यार्पण किया और श्रद्धा सुमन अर्पित की. आदिवासी समाज से अपनी भाषा संस्कृति को बचाए रखने की विधानसभा अध्यक्ष ने अपील की. सिदो-कान्हू की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर आयोजित समारोह में विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने आदिवासी समाज से अपनी भाषा संस्कृति को बचाए रखने की अपील की.
जरूरत के मुताबिक नहीं हुआ विकास
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि जितना विकास आदिवासी का होना चाहिए था, उसकी अपेक्षा में नहीं हो पाया है. विधानसभा अध्यक्ष ने इस समाज को आगे ले जाने के लिए मेहनत करने पर बल दिया और कहा कि आदिवासी समाज आज भी हर दृष्टिकोण से पीछे है और इन्हें आगे लाने के लिए विकास करने की जरूरत है. स्पीकर ने कहा कि बिना आदिवासी के विकास के झारखंड को आगे नहीं ले जाया जा सकता.
सरना धर्म कोड को जल्द लागू करने की मांग की
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने आदिवासी समाज की ओर से लंबित मांग सरना धर्म कोड (Sarna Religion Code) लागू किए जाने का समर्थन करते हुए कहा कि विशेष सत्र बुलाकर सरना धर्म कोड को लागू करने के लिए झारखंड से प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजा गया, इसे लेकर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से मांग भी की है. सरना धर्म कोड को जल्द लागू किए जाने की मांग की है.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि सभी धर्मों का कोड है तो आदिवासी समाज का भी धर्म कोड होना चाहिए. इस मौके पर जातीय जनगणना की मांग किए जाने के सवाल पर झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इसका फैसला और जवाब सरकार पर है. लेकिन केंद्र सरकार को इस विषय पर उचित निर्णय लेना चाहिए.