जामताड़ा: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले राज्य के आंदोलनकारियों की बैठक जामताड़ा में हुई. इस दौरान उन्होंने सरकार से उनके मान-सम्मान और उचित अधिकार देने की मांग की. उनका कहना है कि उन्हें जो सम्मान सरकार की ओर से मिलना चाहिए था, उन्हें नहीं मिला है.
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झारखंड आंदोलनकारियों ने दुमका रोड पदोदिया धर्मशाला में आयोजित बैठक में जिले भर के आंदोलनकारी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने खुलकर अपनी समस्याएं रखी. उनका कहना था कि झारखंड अलग राज्य निर्माण में उनकी सक्रिय भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि जिस सम्मान के वे हकदार हैं उन्हें वो सम्मान नहीं मिल पाया है. आंदोलनकारियों ने सरकार से हक-अधिकार की मांग की है. साथ ही वैसे आंदोलनकारियों को चिन्हित करने की बात कही जिसे अभी तक पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है. आंदोलनकारी ने उम्मीद जताई है कि उनकी जो भी मांग या समस्या है, सरकार समाधान करेगी.
क्या कहते हैं आंदोलनकारी: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के जामताड़ा जिला अध्यक्ष मनोरथ मरांडी ने बताया कि झारखंड को नया राज्य बने लगभग 23 साल हो गए. इसके बाद इस भी आंदोलन में शामिल लोगों को उचित मान-सम्मान नहीं मिला है. मनोरथ ने कहा कि राज्य में आदिवासी सरकार है, इससे आदिवासियों और वंचितों समाज को भी मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा. कहा कि सरकार पर उन्हें पूरा भरोसा है, उन्हें उनका हक और अधिकार मिलेगा. मनोरथ ने कहा कि अलग राज्य की लड़ाई लड़ने वाले आंदोलनकारी जेल भी गए. इस लड़ाई में काफी लोगों ने अपनी शहादत भी दी है.