जामताड़ाः लॉकडाउन में जनता को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार अनेक योजनाएं बना रही, लेकिन संबंधित विभाग इसमें सहयोग नहीं दे रहे हैं. जामताड़ा में अधिकतर सरकारी कार्यालय में ताला लटका रहता है. सरकारी कार्यालय में बाबू नहीं बैठते हैं. उनके कार्यालय बंद रहते हैं. अधिकतर अधिकारी घर में ही बैठकर काम निपटाते हैं.
कोरोना वायरस कोविड-19 को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में जहां सरकार ने आम लोगों के लिए जरूरत के सामान व राशन सामग्री देने की छूट दी है.
वहीं जरूरत काम के लिए सरकारी बाबुओं को काम करने के लिए भी सरकारी कार्यालय खोलने का भी आदेश दे रखा है. सैनिटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काम सरकारी कार्यालय खोलकर करना है, लेकिन इस लॉक डाउन में सरकार के आदेश के बाद भी अधिकतर सरकारी कार्यालय में ताला लटका रहता है.
अधिकतर सरकारी अधिकारी अपने कार्यालय न खोल घर में ही बैठकर काम निपटाते हैं. इस लॉकडाउन में जामताड़ा प्रखंड कार्यालय का जब हाल लिया गया तो अधिकतर सरकारी कार्यालय में ताला लटका पाया गया.
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कुछ कर्मचारी अधिकारी काम करते देखे गए, लेकिन मास्क का उपयोग करते नहीं पाये गये. जब कैमरे की नजर उन पर पड़ी तब आनन-फानन में मास्क पहनना का काम किया.
कार्यालय में सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं देखी गई. काफी समय बाद प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी नजर आए जब उनसे पूछा गया कि आप कार्यालय कब खोलते हैं कब बैठते हैं तो उनका यह कहना था कि उनका क्वार्टर है क्वार्टर में रहकर ही सारा काम निपटाते हैं.
कमोवेश जामताड़ा जिले के लगभग यही स्थिति सभी सरकारी प्रखंड के कार्यालयों में हैं, जहां अधिकतर अधिकारी अपने कार्यालय में नहीं बैठते हैं ना उनका कार्यालय खुलता है.