जामताड़ा: कोलकाता हाई कोर्ट चीफ जस्टिस के बैंक खाते से पैसा उड़ाने वाले जामताड़ा के चार साइबर अपराधियों को कोलकाता पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया. जिसके बाद कोलकाता पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर इन चारों को अपने साथ ले गयी.
इसे भी पढ़ें- Jamtara Cyber Crime: जामताड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई, एक गिरफ्तार, सीआरपीएफ जवान के खाते से उड़ाए थे 23 लाख
लोकल पुलिस के साथ मिलकर कोलकाता पुलिस ने साइबर क्राइम का गढ़ करमाटांड़ थाना क्षेत्र के झिलुवा और मटटांड़ गांव में छापामारी कर इनको पकड़ा. जामताड़ा में कोलकाता पुलिस की कार्रवाई में पकड़े गए साइबर अपराधियों में शिव शंकर मंडल, मित्र मंडल, तपन मंडल के साथ एक अन्य शामिल है. इन चारों ने कोलकाता चीफ जस्टिस के खाते से करीब पांच लाख की रकम उड़ा लिए थे.
कोलकाता में साइबर अपराध के दो अलग-अलग मामले दर्जः कोलकाता पुलिस के अनुसार कोलकाता में दो अलग-अलग साइबर अपराध को लेकर मामला दर्ज किया गया है. जिसमें पकड़े गए साइबर अपराधियों द्वारा कोलकाता के कई लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया गया और उनसे करीब 12 से 15 लाख रुपये की ठगी की गयी है. जिसमें कोलकाता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के खाते से 5 लाख की ठगी भी शामिल है. कोलकाता पुलिस ने मामले को लेकर कई अपराधी को पकड़ने के बाद जांच में पाया कि कोलकाता में कई लोगों से साइबर ठगी हुई है और जामताड़ा के साइबर ठगों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है. इसी के तलाश में कोलकाता पुलिस जामताड़ा पहुंची और करमाटांड़ थाना क्षेत्र के झिलुआ मटटांड़ गांव से चार अपराधियों को पकड़ा.
ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता ले गई पुलिसः कोलकाता पुलिस ने पकड़े गए चारों साइबर अपराधियों को जामताड़ा न्यायालय में पेश कर कोर्ट के आदेश के आलोक में कार्रवाई करते हुए अपने साथ ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता ले गई. कोलकाता पुलिस के अनुसार ट्रांजिट रिमांड पर लेने के बाद अनुसंधान कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस संयुक्त कार्रवाई में जामताड़ा साइबर थाना के अलावा करमाटांड़ थाना की पुलिस के साथ अन्य जवान भी शामिल रहे.
ऐसा पहली बार नहीं है कि दूसरे राज्यों की पुलिस ने अपनी कार्रवाई में जामताड़ा में साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर अपने ले गयी हो. इससे पहले भी छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत अन्य राज्यों की पुलिस ने यहां से अपराधियों को पकड़ा है या उनकी तलाश में आई है. जामताड़ा साइबर अपराध के मामले में पूरे देश में चर्चित है. यहां से बैठे बैठे साइबर अपराधियों द्वारा किसी न किसी व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाते हैं, जिनमें पुलिसकर्मी, पुलिस पदाधिकारी, राजनेता भी अछूते नहीं हैं. अब आलम ऐसा है कि न्यायिक पदाधिकारी और चीफ जस्टिस भी इसके शिकार हो रहे हैं.