जामताड़ा: जिले के जामताड़ा विधानसभा से गठबंधन के प्रत्याशी कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी कांग्रेस के टिकट पर दोबारा चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरे है. इरफान अंसारी अपने जीत को लेकर इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने को लेकर दिन रात मेहनत कर रहे हैं. इरफान अंसारी किसी कीमत पर जामताड़ा विधानसभा से इस सीट को खोना नहीं चाहते हैं और अपना जीत बरकरार रखना चाहते हैं. यही कारण है कि इरफान अंसारी झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यकर्ता, राजद और गठबंधन और अपने कार्यकर्ताओं के साथ दिन रात मेहनत कर क्षेत्र में जनता के साथ संपर्क स्थापित कर वोट की अपील कर रहे हैं.
इरफान अंसारी ने जनसंपर्क के दौरान क्षेत्र की जनता का अपार जन समर्थन मिलने का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि जो काम किए है उसका फल जनता उन्हें देगी. उन्होंने अपनी जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त किया तो वहीं कुछ लोगों ने उनके वोटरों को डराने और धमकाने का आरोप लगाया है. इरफान का कहना था कि कुछ लोग उनके आदिवासी वोटरों को डराने धमकाने और पैसा देने का काम किया जा रहा है. जिसे वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. अंसारी ने कहा कि इसकी शिकायत उन्होंने जिला के उपायुक्त से की है.
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बता दें कि इरफान अंसारी 2014 में जामताड़ा विधानसभा सीट से भाजपा को हराकर जीत हासिल की थी और विधायक बने थे. जामताड़ा सीट कांग्रेस का सीट रहा है. 25 साल तक फुरकान अंसारी ने कांग्रेस से यहां पर अपना प्रतिनिधित्व करते रहे. इरफान अंसारी ने अपने पिता के खोए हुए सीट को काफी मशक्कत के बाद 2014 में जीत हासिल की और कब्जा जमाया. फिर से इस सीट पर कब्जा बरकरार रखने और कहीं या सीट फिर से खो ना जाए इसे लेकर अपना प्रतिष्ठा का सीट बनाए हुए हैं.