जामताड़ा: जिले में छोटे से छोटे काम के लिए भी गरीब दिव्यांग को जिला समाहरणालय का चक्कर लगाना पड़ता है. ऐसा ही एक मामला सामने आया. जहां एक गरीब दिव्यांग अपने बच्चे का नाम राशन कार्ड में अंकित कराने के लिए जिला आपूर्ति कार्यालय पहुंचा. लेकिन काम नहीं बना पाया और जिला आपूर्ति पदाधिकारी एवं कार्यालय के बाबू कोई न कोई बहाना से रोज उसकी बात को टालते रहें. वहीं दिव्यांग लगातार 5 दिनों तक कार्यालय का चक्कर काटता रहा. लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की.
जानकारी के अनुसार बताया गया कि मंसूर अंसारी नाम का एक दिव्यागं जो नारायणपुर ग्रामीण क्षेत्र का रहने वाला है. वह किसी तरह घूम फिर कर, मांग कर अपना और अपने बच्चों का परवरिश करता है. 5 दिनों से राशन कार्ड के लिए जिला आपूर्ति कार्यालय में अपने बच्चों का नाम अंकित कराने के लिए दौड़ रहे हैं. मंसूर अंसारी ने कहा कि कभी उसे एमओ के पास भेजा जाता है तो कभी उसे जिला आने को भेज कर परेशान किया जाता है, लेकिन उसके बच्चे का नाम राशन कार्ड में नहीं चढ़ाया जा रहा. वहीं कार्यालय के किसी पदाधिकारीयों ने उसकी परेशानी को नहीं समझा और उसे परेशान करना ही उचित समझा. जिसके कारण योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
ये भी देखें- जामताड़ा: 23 और 24 अक्टूबर को किसान समागम का आयोजन
अंत में ईटीवी भारत ने इसकी समस्या को जाना तो तुरंत गरीब दिव्यांग को लेकर जिला उपायुक्त से अवगत कराया गया. जहां परेशान दिव्यांग उपायुक्त के समक्ष अपनी समस्या को रखा. वहीं, इस मामले को उपायुक्त ने गंभीरता से लिया और तुरंत जिला आपूर्ति पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए. उपायुक्त ने कहा कि दिव्यांग की जो भी समस्या है उसे दूर कर दिया जाएगा.