जामताड़ाः झारखंड सरकार ने ग्रीन कार्ड धारकों को आगामी चार महीने का राशन देने के अपने वादे पर कायम है. इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहा हैं. जामताड़ा में सरकारी राशन लेने वाले लाभुकों को अनाज मिलने में अब काफी आसानी होने वाली है. क्योंकि अब ना तौल का झंझट और ना ही बिचौलियों की किचकिच होगी.
जामताड़ा में ग्रीन कार्ड धारकों को जल्द ही 5 किलो सरकारी अनाज मिलना शुरू हो जाएगा. सरकारी गोदाम में लाभुकों का अनाज पहुंचना शुरू हो गया है. बीपीएल परिवारों का कार्ड बन जाने के बाद ऐसे लोगों परिवार जिनका बीपीएल सूची में नहीं आ रहा था, वैसे लाभ परिवारों के लिए झारखंड सरकार ने ग्रीन कार्ड उपलब्ध कराई थी. लेकिन ग्रीन कार्ड धारकों को अनाज नहीं मिल पा रहा था. झारखंड सरकार ने ग्रीन कार्ड धारकों के लिए 5 किलो पैकेट के माध्यम से अनाज देने की घोषणा की थी.
जिसका लंबे समय से ग्रीन कार्ड धारकों को बेसब्री से इंतजार था जो अब खत्म होने वाला है. सरकारी गोदामों में ग्रीन कार्ड धारकों के अनाज का पैकेट पहुंचना शुरू हो गया है. 4 माह से ग्रीन कार्ड धारकों को अनाज नहीं मिल रहा है. बताया जाता है कि जामताड़ा में ग्रीन कार्ड धारक बीते 4 माह से अनाज के लिए परेशान हैं. सरकार ने 4 माह का अनाज देने का वादा किया है. जिसमें नवंबर माह तक का अनाज सरकारी गोदाम में उपलब्ध बताया जा रहा है, इधर जैसे-जैसे अनाज उपलब्ध होता जाएगा लाभुकों को उनका बकाया अनाज सरकारी जन वितरण प्रणाली दुकान के माध्यम से वितरण कर दिया जाएगा.
क्या कहते हैं कृषि मंत्री बादल पत्रलेखः झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्र ने कहा कि ग्रीन कार्ड धारकों का अनाज काफी दिनों से बकाया है, सरकारी गोदाम में अनाज स्टॉक किया जा रहा है, जैसे-जैसे स्टॉक होगा ग्रीन कार्ड धारकों को अनाज बांट दिया जाएगा. मंत्री बादल पत्रलेख ने एक सवाल के जवाब में उन्होंने भाजपा पर ही निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 18 साल भाजपा की सरकार प्रदेश में रही किसानों की ऋण माफी और बिजली बिल माफी करने के बारे में कभी नहीं सोचा, अब हेमंत सरकार काम कर रही है तो भाजपा को कमियां दिख रही है.
बहरहाल झारखंड सरकार ने ग्रीन कार्ड धारकों के लिए 5 किलो अनाज की घोषणा की थी वह सफल होता नजर आ रहा है. लेकिन 4 माह का बकाया अनाज फिलहाल एक माह का ही मिलने की संभावना है. वह भी 5 किलो पैकेट चावल उन्हें मिलेगा.