जामताड़ा: पूर्व कृषि मंत्री भाजपा व विधायक रंधीर सिंह ने भाजपा को बहुमत नहीं मिलने और सरकार नहीं बनने के पीछे भाजपा और आजसू के बीच गठबंधन नहीं होने का कारण बताया है.
केंद्र नेतृत्व का मामला
पूर्व कृषि मंत्री व भाजपा के सारठ विधायक रंधीर सिंह विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद रांची से अपने क्षेत्र लौट रहे थे. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यूपीए की जीत का मुख्य कारण भाजपा और आजसू का गठबंधन नहीं होना है. पार्टी और आजसू को मिलने वाले वोट का आंकड़ा गिनाते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. पार्टी में बाबूलाल मरांडी के आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह केंद्र नेतृत्व का मामला है.
ये भी पढ़ें-जमशेदपुरः बच्चे को दिनभर खोजती रही पुलिस, मां के गोद में ही मिला बच्चा
जनता का करेंगे सेवा
नेता प्रतिपक्ष का चुनाव अभी तक नहीं होने पर उन्होंने कहा कि खरमास के कारण चुनाव में देरी हो रही है. खरमास के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक के आने के बाद नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करा लिया जाएगा. नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में विधायक रंधीर सिंह के नाम की चर्चा शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे इसके दौड़ में नहीं है. वे सिर्फ पार्टी के एक कार्यकर्ता है और सारठ विधानसभा की जनता ने उन्हें चुनाव जीता कर विधानसभा में सेवा के लिए भेजा है. वे सारठ विधानसभा क्षेत्र की जनता का सेवा करेंगे.
ये भी पढ़ें-दस सूत्री मांगों को लेकर आयकर कर्मचारी संघ का प्रदर्शन, मांग पूरी नहीं होने पर दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी
भाजपा के टिकट पर जीत
बता दें कि रंधीर सिंह सारठ विधानसभा के भाजपा से नवनिर्वाचित विधायक हैं. उन्होंने दोबारा सारठ विधानसभा से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की है. वे भाजपा सरकार के मंत्री रहे है और सारठ विधानसभा से अपनी प्रतिष्ठा बचाने में सफल रहे हैं, जबकि संथाल परगना के दो-दो भाजपा सरकार के मंत्री रहे लुईस मरांडी और राज पलिवार चुनाव हार चुके हैं. रंधीर सिंह के सारठ विधानसभा से दोबारा चुनाव जीतने के बाद भाजपा नेता प्रतिपक्ष के चुनाव में नेता बनने की दौड़ में उनके नामों की चर्चा जोरों पर है.