जामताड़ा: जिले में सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं ने अपने विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर रैली निकाली और अनुमंडल कार्यालय के सामने रोष पूर्ण प्रदर्शन किया. पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थकों ने पार्टी कार्यालय से सैकड़ों की संख्या में बैनर, झंडा लिए हुए नारा लगाते हुए चल रहे थे. पार्टी के कार्यकर्ता समर्थकों ने अंत में अनुमंडल कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. जहां प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ता समर्थक जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
मुख्यमंत्री के नाम अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
धरना प्रदर्शन कर रहे सीपीआईएम के पार्टी कार्यकर्ता और समर्थकों का एक प्रतिनिधिमंडल बाद में अपनी मांगों से संबंधित एक मांग पत्र अनुमंडल पदाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा. जिसमें प्रमुख रूप से केंद्र सरकार के लाए गए किसान कानून के खिलाफ राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजे जाने और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किए जाने को लेकर कहा. इसके साथ ही मनरेगा के तहत प्रशासनिक पदाधिकारियों के कार्य दिवस बढ़ाए जाने के प्रति उदासीनता बरते जाने पर कार्रवाई करने के साथ-साथ एक किसान नेता की हत्या किए जाने को लेकर हत्यारे को गिरफ्तारी अविलंब करने आदि की मांग की गई है.
सीपीआईएम नेता ने लगाया आरोप
सीपीआईएम के नेता राज्य सचिव सुरजीत सिन्हा ने केंद्र सरकार के खिलाफ निशाना साधते हुए केंद्र सरकार के लाए गए कृषि काूनन को किसान विरोधी बताते हुए राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजने और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की मांग की. उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत काफी अनियमितता बरती जा रही है. जिसके पास कार्ड है, उसको काम नहीं मिल रहा है और जिसके पास कार्ड नहीं है, उसे काम दिया जा रहा है.
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सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने धरना प्रदर्शन के माध्यम से वन भूमि पर रहने वाले आदिवासी दलित और परंपरागत वन निवासियों को वन पट्टा देने, बंदोबस्ती करने के लिए वन अधिकार कानून 2006 को सख्ती से लागू किए जाने और कुंडहित में डुमरा टुडू को वन माफियाओं के हत्या कर दिए जाने पर दर्ज मामले को लेकर दोषी को गिरफ्तार करने की मांग की है.