जामताड़ा: चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना 21 फरवरी 2021 तक स्क्रैप बिक्री के माध्यम से 17.73 करोड़ रुपये की राशि अर्जित की है. चिरेका ने सुनियोजित सघन अभियान के माध्यम से 17 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 27 फरवरी तक स्क्रैप बेचकर 17.73 करोड़ रुपया कमाया है. वित्तीय वर्ष 2019-20 की कुल कमाई 17.70 करोड़ रुपया के आंकड़े को चिरेका ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के पूरा होने के एक महीना पहले ही पार कर लिया है, यह धनराशि वित्तीय वर्ष 2017-18 में आय की तुलना में 64.16% अधिक है.
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कोरोना काल में चिरेका ने हासिल की सफलता
चिरेका ने ऐसे समय में यह सफलता हासिल की है, जब पूरा देश कोरोना काल में आर्थिक संकट से गुजर रहा था. आर्थिक संकट से गुजरने के बावजूद चिरेका ने स्क्रैप नीलामी के माध्यम से अपनी आमदनी में इजाफा किया है.
6022 मीट्रिक टन स्क्रैप का की गई नीलामी
वर्ष 2020-21 के दौरान आयोजित विभिन्न ई-नीलामी के दौरान रबर स्क्रैप, कॉपर वायर एंड कटटिंग्स, अल्ल्युमिनियम, लकड़ी स्क्रैप, रेल, स्लीपर, फेरस स्क्रैप, अलौह स्क्रैप के रूप में उत्पन्न लगभग 6022 मीट्रिक टन स्क्रैप का निपटान किया गया. इस ऑनलाइन ई-नीलामी में देश के किसी भी कोने से कोई भी खरीदार भाग ले सकता है. विद्युत रेल इंजन की सबसे बड़ी विनिर्माण इकाई चिरेका ने पिछले 5 वित्तीय वर्षों के दौरान स्क्रैप की बिक्री से अबतक 57.33 करोड़ रुपये अर्जित करने में सफलता प्राप्त की है.
चिरेका की ओर से स्क्रैप बिक्री की सफलता ने जहां एक ओर भारतीय रेल को आर्थिक मजबूती प्रदान किया है. वहीं चिरेका प्रांगण को अधिक स्वच्छ और विशाल बनाए रखने में भी सहयोग किया है. जामताड़ा जिला के मिहिजाम सीमा पर स्थित एशिया का सबसे बड़ा रेल इंजन कारखाना स्थित है. जहां रेल इंजन बनाने वाली कारखाना में काफी संख्या में स्क्रैप की नीलामी होती है, जो करोड़ों में होती है. ई-नीलामी के माध्यम से स्क्रैप की नीलामी की जाती है और डाक बोली लगती है, जिससे कि रेखा को करोड़ों की आमदनी होती है.