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पानी के नाम पर जहर तो नहीं पी रहे आप? जामताड़ा में बोतलबंद पानी के प्लांट 20, लाइसेंसी सिर्फ दो

जामताड़ा जिले में मिनी प्लांट लगाकर बोतल में बंद धड़ल्ले से पानी की आपूर्ति की जा रही है. लेकिन इसमें कितने नियम और मापदंड के अनुरूप काम हो रहा है यह देखने और सुनने वाला कोई नहीं. ये जांच का विषय है.

बोतलबंद पानी
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Published : Jun 23, 2019, 12:21 PM IST

जामताड़ा: जिले में मिनी प्लांट लगाकर बोतल में बंद धड़ल्ले से पानी की आपूर्ति की जा रही है. शुद्धता के नाम पर लोगों को क्या पिलाया जा रहा है इसे कोई देखने वाला और सुनने वाला नहीं है. बताया जाता है कि जामताड़ा जिले में करीब 20 पानी के कारोबार करने वाले प्लांट लगा रखे हैं. इनमें से मात्र दो ही के पास लाइसेंस जारी किया गया है. जबकि शेष अवैध रूप से पानी का कारोबार कर रहे हैं. इसमें कितने नियम और मापदंड के अनुरूप काम हो रहा है यह जांच का विषय है.

बोतलबंद पानी का कारोबार

शुद्धता की गारंटी नहीं
लेकिन आज तक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी जांच नहीं की गई. इसमें जो नियम मापदंड अपनाया जा रहा है पानी की शुद्धता की गारंटी कितनी दी जा रही है, ये सब देखने वाला कोई नहीं. इस बारे में जब जिला के सिविल सर्जन से जानकारी के लिए पूछा गया तो सिविल सर्जन ने इसके लिए गुणवत्ता की जांच करने की तो बात कही, लेकिन कार्रवाई करने का जिम्मा झाड़ दिया.

जांच की जाएगी
वहीं, जिला के उपायुक्त शहर में हो रहे इस कारोबार को लेकर पूछा गया तो उन्होंने जिला उद्योग विभाग को इस बारे में निगरानी करने के निर्देश दिए जाने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग से इसकी सूची मांगी गई है और औचक निरीक्षण कर इसकी जांच की जाएगी.

ये भी पढ़ें- मरीज के आयुष्मान कार्ड से डॉक्टर ने की अवैध निकासी, बाद में दी धमकी

बिना मापदंड के कारोबार
सरकार द्वारा लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए चलाई जा रही योजनाएं अधिकतर या तो फेल हैं या तो लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में पानी का कारोबार करने वाले लोगों का धंधा काफी चलने लगा है.

जामताड़ा: जिले में मिनी प्लांट लगाकर बोतल में बंद धड़ल्ले से पानी की आपूर्ति की जा रही है. शुद्धता के नाम पर लोगों को क्या पिलाया जा रहा है इसे कोई देखने वाला और सुनने वाला नहीं है. बताया जाता है कि जामताड़ा जिले में करीब 20 पानी के कारोबार करने वाले प्लांट लगा रखे हैं. इनमें से मात्र दो ही के पास लाइसेंस जारी किया गया है. जबकि शेष अवैध रूप से पानी का कारोबार कर रहे हैं. इसमें कितने नियम और मापदंड के अनुरूप काम हो रहा है यह जांच का विषय है.

बोतलबंद पानी का कारोबार

शुद्धता की गारंटी नहीं
लेकिन आज तक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी जांच नहीं की गई. इसमें जो नियम मापदंड अपनाया जा रहा है पानी की शुद्धता की गारंटी कितनी दी जा रही है, ये सब देखने वाला कोई नहीं. इस बारे में जब जिला के सिविल सर्जन से जानकारी के लिए पूछा गया तो सिविल सर्जन ने इसके लिए गुणवत्ता की जांच करने की तो बात कही, लेकिन कार्रवाई करने का जिम्मा झाड़ दिया.

जांच की जाएगी
वहीं, जिला के उपायुक्त शहर में हो रहे इस कारोबार को लेकर पूछा गया तो उन्होंने जिला उद्योग विभाग को इस बारे में निगरानी करने के निर्देश दिए जाने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग से इसकी सूची मांगी गई है और औचक निरीक्षण कर इसकी जांच की जाएगी.

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बिना मापदंड के कारोबार
सरकार द्वारा लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए चलाई जा रही योजनाएं अधिकतर या तो फेल हैं या तो लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में पानी का कारोबार करने वाले लोगों का धंधा काफी चलने लगा है.

Intro:जामताड़ा में बोतलबंद पानी का कारोबार काफी फल-फूल रहा है। बिना नियम कानून के ताक में रखकर बोतलबंद पानी बाजारों घरों में आपूर्ति की जा रही है ।इसके प्रति ना जिला प्रशासन गंभीर स्वास्थ्य विभाग।


Body:जामताड़ा जिले में बोतलबंद पानी का कारोबार काफी किया जा रहा है ।मिनी प्लांट लगाकर बोतल में बंद धड़ल्ले से पानी की आपूर्ति की जा रही है ।शुद्धता के नाम पर लोगों को क्या पिलाया जा रहा है ।स्वास्थ्य के प्रति कितना संवेदनशील कारवोरी द्वारा बरता जा रहा है इसकी कोई देखने वाला और सुनने वाला नहीं है। बताया जाता है कि जामताड़ा जिले में करीब 20 पानी के कारोबार करने वाले धंधा प्लांट लगाया गया है। इनमें से मात्र दो ही के पास लाइसेंस जारी किया गया है ।जबकि शेष अवैध रूप से प्लांट का पानी का कारोबार किया जा रहा है ।इसमें कितने नियम और मापदंड के अनुरूप काम कर रहे हैं यह जांच का विषय है ।
लेकिन आज तक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी जांच नहीं की गई इसमें जो नियम मापदंड अपनाया जा रहा है पानी की शुद्धता की गारंटी कितनी दी जा रही है जांच नहीं की गई ।कार्रवाई अब तक की गई है ।इस बारे में जब जिला के सिविल सर्जन से जानकारी के लिए पूछा गया कि जिले में बोतलबंद पानी की शुद्धता अपनाया जाना चाहिए इससे लोगों के स्वास्थ्य पर कितना असर पड़ता है तो सिविल सर्जन ने इसके लिए गुणवत्ता की जांच करने की तो बात कही ।लेकिन कार्रवाई करने का जिम्मा झाड़ दिया ।जबकि जिला के उपायुक्त शहर में हो रहे इस कारोबार को लेकर पूछा गया तो उन्होंने जिला उद्योग विभाग को इस बारे में निगरानी करने के निर्देश दिए जाने की जानकारी दी और कहा कि उद्योग विभाग से इसकी सूची मांगी गई है और औचक निरीक्षण कर इसकी जांच की जाएगी। जांच के बाद यदि किसी की गङबङी पायीं गये तो उस पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
बाईट सिविल सर्जन जामताड़ा
बाईट जटाशंकर चौधरी उपायुक्त जामताड़ा


Conclusion:सरकार द्वारा लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए चलाई जा रही योजनाएं अधिकतर या तो फेल है या तो लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में पानी की कारोबार करने वाले लोगों को धंधा काफी चलने लगा है ।बोतलबंद पानी कारोबार करने वाले द्वारा नियम कानून और शुद्धता का कितना मापदंड अपनाया जा रहा है । लोगों के स्वास्थ्य जीवन के साथ कितना संवेदनशील बढ़ता जा रहा है इसे देखने वाला और सुनने वाला कोई नहीं है।
संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
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