जामताड़ा: अब तक तो एसटी एससी महिला पुरुष की जनगणना किया जाता था. इसकी जनसंख्या का पता लगाया जाता था. लेकिन पहली बार पिछड़ा आयोग के अनुशंसा पर जातीय आधार पर पिछड़ी जाति की जनगणना किया जाएगा. जिला प्रशासन इसको लेकर अपनी तैयारी लगभग शुरू कर दी है.
जाति के आधार पर आयोग के अनुशंसा पर जिला के अपर समाहर्ता ने बताया कि पहली बार पिछड़ी जाति की जनगणना की जा रही है. जिसे लेकर जिले के सभी बीडीओ को नोडल पदाधिकारी नियुक्त कर दिया गया है. जनसेवक पंचायत, सेवक नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी सेविका और सहायिका का सेवा लिया जाएगा. इसका बारीकी से काम किया जा रहा है. इससे जिला में पिछड़ी जाति की संख्या कितनी है उसका सही आंकड़ा का पता चल पाएगा.
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वहीं, सरकार द्वारा पिछड़ा आयोग के अनुसार जाति आधार पर पिछड़ी जाति की जनगणना कार्य शुरू किए जाने के फैसले को पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा के वरीय नेता सत्यानंद झा ने एक अच्छी पहल बताया है और कहा है कि सरकार की मंशा है कि पिछड़ी जाति के जनगणना कर उनकी स्थिति को पता लगाना है, ताकि पिछड़ी जाति की स्थिति और उनका उत्थान हो सके. वहीं सरकार के इस फैसले को लेकर राजनीति चर्चा भी तेज हो गई है.