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जामताड़ा: पुराना नगर भवन के कब्जा को लेकर विवाद गहराया, प्रशासन ने किया सील

जामताड़ा जेबीसी हाई स्कूल परिसर में निर्मित पुराना नगर भवन के कब्जा को लेकर विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. इसे लेकर प्रशासन ने विवाद को देखते हुए नगर भवन को तत्काल सील कर दिया है.

administration sealed old city building of jamtara
प्रशासन ने किया सील
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Published : Nov 8, 2020, 1:27 PM IST

जामताड़ा: जेबीसी हाई स्कूल परिसर में निर्मित पुराना नगर भवन नगर पंचायत जामताड़ा के अधीन रहेगा या स्कूल के अधीन इसे लेकर विवाद गहरा गया है. नगर पंचायत के वार्ड पार्षद, सफाईकर्मी और चेयरमैन नगर भवन को हाई स्कूल के हवाले किए जाने का विरोध कर रहे हैं. वहीं, स्थानीय विधायक इरफान अंसारी, कांग्रेस कार्यकर्ता और राज परिवार के सदस्य नगर भवन को स्कूल के हवाले करने को लेकर अड़े हुए हैं.

देखें पूरी खबर
क्या है पूरा मामलाजामताड़ा जेबीसी हाई स्कूल परिसर में पुराना नगर भवन का निर्माण किया गया था. जिले के राजा परिवार के पूर्वजों ने स्कूल के लिए जमीन दी थी. जिस पर नगर भवन बना हुआ है, जो फिलहाल नगर पंचायत जामताड़ा के कब्जे में है. राज परिवार ने जेबीसी हाई स्कूल के लिए जमीन दी थी. जिसमें स्कूल टावर चिल्ड्रन पार्क और नगर भवन का निर्माण कराया गया. बच्चों का चिल्ड्रन पार्क भी है और इसी परिसर में नगर भवन का निर्माण किया गया है. तत्कालीन विधायक फुरकान अंसारी ने अपने निधि से इस नगर भवन का निर्माण कराया था, ताकि यहां के लोगों को और विद्यालय के बच्चों के हित में काम आ सके. बाद में यह नगर भवन जामताड़ा जिला बनने के बाद नगर पंचायत होने के बाद विद्यालय के कब्जे से नगर पंचायत के कब्जे में आ गया. नगर पंचायत इसे शादी विवाह में देने लगा.

नगर भवन को स्कूल के हवाले करने का आदेश

वर्तमान सरकार ने पुराना नगर भवन को स्कूल के हवाले करने का आदेश दिया है. जिसके तहत प्रशासन ने नगर पंचायत को स्कूल भवन स्कूल प्रबंधन के हवाले नगर पंचायत करने का नोटिस निर्गत किया. सरकार के आदेश के पालन को लेकर प्रशासन ने नगर पंचायत से नगर भवन को स्कूल के हवाले किए जाने को लेकर कार्रवाई की. जिसके विरोध में नगर पंचायत के सभी वार्ड पार्षद सफाईकर्मी धरना पर बैठ गए और विरोध जताने लगे. सफाईकर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी. इसी बीच स्थानीय विधायक कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थकों ने भी समर्थन में धरना पर बैठकर जमकर नारेबाजी की. बाद में प्रशासन ने मामला को शांत कराया और नगर भवन को तत्काल सील कर दिया है.

नगर भवन स्कूल की है संपत्ति
स्थानीय विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि पुराना नगर भवन उनके पिता तत्कालीन विधायक रहते फुरकान अंसारी ने बनाया था. यह स्कूल की संपत्ति है और सरकार का आदेश है कि नगर भवन स्कूल के हवाले कर दिया जाए.

राज परिवार के पूर्वजों ने दी थी जमीन
इस मामले को लेकर राज परिवार के लोगों ने कहा कि विद्यालय के लिए उनके पूर्वजों ने जमीन दी थी. जिस पर नगर भवन का निर्माण किया गया है. राज परिवार के लोगों ने कहा कि सरकार का आदेश है और न्यायालय का भी आदेश है कि नगर भवन विद्यालय के अधीन रहना चाहिए.

ये भी पढ़े- पाकुड़ में प्रशिक्षु दारोगा ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

जबरन नगर भवन को छीनने का लगाया आरोप
नगर पंचायत के वार्ड पार्षद, पूर्व चेयरमैन ने जबरन नगर पंचायत से नगर भवन को छीनने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि नगर पालिका अधिनियम के तहत नगर भवन को पंचायत के अधीन रहना है. फिलहाल नगर भवन को प्रशासन ने विवाद को देखते हुए सील कर दिया है.

जामताड़ा: जेबीसी हाई स्कूल परिसर में निर्मित पुराना नगर भवन नगर पंचायत जामताड़ा के अधीन रहेगा या स्कूल के अधीन इसे लेकर विवाद गहरा गया है. नगर पंचायत के वार्ड पार्षद, सफाईकर्मी और चेयरमैन नगर भवन को हाई स्कूल के हवाले किए जाने का विरोध कर रहे हैं. वहीं, स्थानीय विधायक इरफान अंसारी, कांग्रेस कार्यकर्ता और राज परिवार के सदस्य नगर भवन को स्कूल के हवाले करने को लेकर अड़े हुए हैं.

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क्या है पूरा मामलाजामताड़ा जेबीसी हाई स्कूल परिसर में पुराना नगर भवन का निर्माण किया गया था. जिले के राजा परिवार के पूर्वजों ने स्कूल के लिए जमीन दी थी. जिस पर नगर भवन बना हुआ है, जो फिलहाल नगर पंचायत जामताड़ा के कब्जे में है. राज परिवार ने जेबीसी हाई स्कूल के लिए जमीन दी थी. जिसमें स्कूल टावर चिल्ड्रन पार्क और नगर भवन का निर्माण कराया गया. बच्चों का चिल्ड्रन पार्क भी है और इसी परिसर में नगर भवन का निर्माण किया गया है. तत्कालीन विधायक फुरकान अंसारी ने अपने निधि से इस नगर भवन का निर्माण कराया था, ताकि यहां के लोगों को और विद्यालय के बच्चों के हित में काम आ सके. बाद में यह नगर भवन जामताड़ा जिला बनने के बाद नगर पंचायत होने के बाद विद्यालय के कब्जे से नगर पंचायत के कब्जे में आ गया. नगर पंचायत इसे शादी विवाह में देने लगा.

नगर भवन को स्कूल के हवाले करने का आदेश

वर्तमान सरकार ने पुराना नगर भवन को स्कूल के हवाले करने का आदेश दिया है. जिसके तहत प्रशासन ने नगर पंचायत को स्कूल भवन स्कूल प्रबंधन के हवाले नगर पंचायत करने का नोटिस निर्गत किया. सरकार के आदेश के पालन को लेकर प्रशासन ने नगर पंचायत से नगर भवन को स्कूल के हवाले किए जाने को लेकर कार्रवाई की. जिसके विरोध में नगर पंचायत के सभी वार्ड पार्षद सफाईकर्मी धरना पर बैठ गए और विरोध जताने लगे. सफाईकर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी. इसी बीच स्थानीय विधायक कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थकों ने भी समर्थन में धरना पर बैठकर जमकर नारेबाजी की. बाद में प्रशासन ने मामला को शांत कराया और नगर भवन को तत्काल सील कर दिया है.

नगर भवन स्कूल की है संपत्ति
स्थानीय विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि पुराना नगर भवन उनके पिता तत्कालीन विधायक रहते फुरकान अंसारी ने बनाया था. यह स्कूल की संपत्ति है और सरकार का आदेश है कि नगर भवन स्कूल के हवाले कर दिया जाए.

राज परिवार के पूर्वजों ने दी थी जमीन
इस मामले को लेकर राज परिवार के लोगों ने कहा कि विद्यालय के लिए उनके पूर्वजों ने जमीन दी थी. जिस पर नगर भवन का निर्माण किया गया है. राज परिवार के लोगों ने कहा कि सरकार का आदेश है और न्यायालय का भी आदेश है कि नगर भवन विद्यालय के अधीन रहना चाहिए.

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जबरन नगर भवन को छीनने का लगाया आरोप
नगर पंचायत के वार्ड पार्षद, पूर्व चेयरमैन ने जबरन नगर पंचायत से नगर भवन को छीनने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि नगर पालिका अधिनियम के तहत नगर भवन को पंचायत के अधीन रहना है. फिलहाल नगर भवन को प्रशासन ने विवाद को देखते हुए सील कर दिया है.

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