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हजारीबाग: पुराने नक्शे पर ही बनेगा ट्राइबल स्टडी सेंटर, पीएम मोदी ने जताई थी सहमति - VC Dr. Ramesh Sharan

विनोबा भावे विश्वविद्यालय में बन रहे ट्राइबल स्टडी सेंटर के डीपीआर को बदलने के मामले को लेकर हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने गुरुवार को जिले के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में पुराने डीपीआर के आधार पर ही भवन का निर्माण करने का फैसला लिया गया.

बिनोवा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग
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Published : Sep 5, 2019, 7:10 PM IST

हजारीबाग: बिनोवा भावे विश्वविद्यालय में ट्राइबल स्टडी सेंटर के भवन बनने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने गुरुवार को डीपीआर बदलने के मामले को लेकर परिसदन भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में डीसी भुवनेश प्रताप सिंह, कुलपति डॉ रमेश शरण समेत कई अधिकारी शामिल हुए.

हजारीबाग में बनेगा ट्राइबल स्टडी सेंटर

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि भवन का जो प्रारूप पीएम मोदी को दिखाया गया था अब भवन का निर्माण उसी प्रारूप के अनुसार होगा. बता दें कि ट्राइबल स्टडी सेंटर के प्रारूप के साथ खिलवाड़ कर अलग भवन बनाने का मामला प्रकाश में आया था. जिसे लेकर जयंत सिन्हा ने अधिकारियों को काफी खरी-खोटी सुनाई थी और कहा था कि हजारीबाग में प्रशासन उलटी गंगा बहा रही है.

क्या है मामला?

पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम रघुवर दास के हजारीबाग दौरे के वक्त उन्हें ट्राइबल स्टडी सेंटर का प्रारूप दिखाया गया था. जिसे देखकर प्रधानमंत्री ने अपनी सहमति जाहिर की थी और कहा था कि ऐसा ही भवन हजारीबाग में बनना चाहिए. लेकिन जिला प्रशासन और ठेकेदारों ने मिलकर भवन का नक्शा बदल दिया था.

ये भी पढ़ें - मरीजों को जीवन देने वाला एम्बुलेंस खुद है बीमार, लोग हो रहे परेशान

ट्राइबल स्टडी सेंटर का नक्शा क्यों बदला गया यह एक अहम सवाल है. इस पर जयंत सिन्हा का कहना है कि चुनाव के वक्त आचार संहिता लगी हुई थी, उस दौरान बैठक करना और स्थल निरीक्षण प्रतिबंधित था. इसी दौरान प्रारूप बदल दिया गया.

हजारीबाग: बिनोवा भावे विश्वविद्यालय में ट्राइबल स्टडी सेंटर के भवन बनने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने गुरुवार को डीपीआर बदलने के मामले को लेकर परिसदन भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में डीसी भुवनेश प्रताप सिंह, कुलपति डॉ रमेश शरण समेत कई अधिकारी शामिल हुए.

हजारीबाग में बनेगा ट्राइबल स्टडी सेंटर

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि भवन का जो प्रारूप पीएम मोदी को दिखाया गया था अब भवन का निर्माण उसी प्रारूप के अनुसार होगा. बता दें कि ट्राइबल स्टडी सेंटर के प्रारूप के साथ खिलवाड़ कर अलग भवन बनाने का मामला प्रकाश में आया था. जिसे लेकर जयंत सिन्हा ने अधिकारियों को काफी खरी-खोटी सुनाई थी और कहा था कि हजारीबाग में प्रशासन उलटी गंगा बहा रही है.

क्या है मामला?

पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम रघुवर दास के हजारीबाग दौरे के वक्त उन्हें ट्राइबल स्टडी सेंटर का प्रारूप दिखाया गया था. जिसे देखकर प्रधानमंत्री ने अपनी सहमति जाहिर की थी और कहा था कि ऐसा ही भवन हजारीबाग में बनना चाहिए. लेकिन जिला प्रशासन और ठेकेदारों ने मिलकर भवन का नक्शा बदल दिया था.

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ट्राइबल स्टडी सेंटर का नक्शा क्यों बदला गया यह एक अहम सवाल है. इस पर जयंत सिन्हा का कहना है कि चुनाव के वक्त आचार संहिता लगी हुई थी, उस दौरान बैठक करना और स्थल निरीक्षण प्रतिबंधित था. इसी दौरान प्रारूप बदल दिया गया.

Intro:हजारीबाग विनोबा भावे विश्वविद्यालय में बन रहे ट्रेवल स्टडी सेंटर के डीपीआर को बदलने के मामला को लेकर हजारीबाग के सांसद जयंत सिंहा ने उच्च स्तरीय बैठक अधिकारियों के साथ किया। बैठक में यह फैसला लिया गया है कि अब पुराने डीपीआरके आधार पर ही भवन का निर्माण किया जाएगा। जिला प्रशासन ने पुराने डीपीआर के साथ छेड़छाड़ कर नया डीपीआर बनाकर काम शुरू कर दिया था।


Body:हजारीबाग बिनोवा भावे परिसर में ट्रेवल स्टडी सेंटर के भवन बनने की प्रक्रिया को आज तेजी दी गई है।जयंत सिन्हा ने उच्च स्तरीय बैठक परिसदन भवन में जिले के उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह, कुलपति डॉ रमेश शरण समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो भवन का प्रारूप दिखाया गया था उसी प्रारूप के अनुसार अब भवन बनाया जाएगा।


दरअसल पिछले बैठक के दौरान ट्रैवल स्टडी सेंटर के प्रारूप के साथ खिलवाड़ कर अलग भवन बनाने को लेकर मामला प्रकाश में आया था। जिसे लेकर सांसद जयंत सिन्हा ने अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई थी और कहा था कि हजारीबाग में प्रशासन उलटी गंगा बहा रही है।

पिछले दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास को ट्रैवल स्टडी सेंटर का प्रारूप दिखाया गया था। जिसे देखकर प्रधानमंत्री ने अपनी सहमति जाहिर की थी और कहा था कि ऐसा ही भवन हजारीबाग में बनना चाहिए। लेकिन हजारीबाग में स्थानीय जिला प्रशासन और कौन ठेकेदारों ने मिलकर भवन का नक्शा बदल दिया था।

byte.... जयंत सिन्हा, सांसद हजारीबाग


Conclusion:आखिर ट्रैवल स्टडी सेंटर का नक्शा क्यों बदला गया यह एक अहम सवाल है। इस पर जब जयंत सिन्हा से जानने की कोशिश की गई तो उनका कहना है कि चुनाव के वक्त आचार संहिता लगी हुई थी । उस दौरान बैठक करना और स्थल निरीक्षण करना नहीं था । इसी दौरान प्रारूप बदल दिया गया।
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