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Jharkhand Crime: छोटे-छोटे बच्चों को मोबाइल उड़ाने की दी जाती है ट्रेनिंग, फिर सैलरी देकर कराई जाती है चोरी

हजारीबाग में पुलिस ने चोरी और उसमें बच्चों के इस्तेमाल के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है. खुलासे के मुताबिक मोबाइल चोरों का एक गिरोह बच्चों को ट्रेनिंग देकर और उनको सैलरी देकर उनसे चोरी की वारदात को अंजाम दिला रहा था. पुलिस ने ऐसे 6 मोबाइल चोर को गिरफ्तार किया है जो बच्चों को ट्रेनिंग दे रहे थे. गिरफ्तार किए गए सभी साहिबगंज के रहने वाले हैं.

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Published : Jun 24, 2021, 6:18 PM IST

Updated : Jun 24, 2021, 10:54 PM IST

mobile thief school
मोबाइल चोर की पाठशाला

हजारीबाग: जिले में अपराध की दलदल में बच्चों को धकेलने के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है. जिसमें बच्चों को बकायदा ट्रेनिंग देकर, उनको सैलरी पर रखकर उनसे अपराध करवाया जा रहा था. पुलिस ने ऐसे 6 मोबाइल चोर को गिरफ्तार किया है जो बच्चों को अपराध के लिए प्रशिक्षित कर रहे थे.

ये भी पढ़ेंः हजारीबाग: 7 मोबाइल चोर गिरफ्तार, बड़े रैकेट का खुलासा होने का उम्मीद

मोबाइल चोर की पाठशाला

पुलिस के मुताबिक झारखंड राज्य के साहिबगंज में मोबाइल फोन चोरी करवाने वाले गैंग बकायदा मोटे वेतन पर चोरों को काम में रखते हैं. इसके लिए कम उम्र के बच्चों को ट्रेनिंग दी जाती है. हजारीबाग पुलिस ने ऐसे 6 मोबाइल ट्रेनिंग देने वाले अपराधियों को धर दबोचा है. जो नाबालिग बच्चों को मोबाइल चोरी करने की ट्रेनिंग देते थे. उसकी एवज में उनके माता-पिता को पैसा दिया जाता था. हजारीबाग सदर एसडीपीओ महेश कुमार प्रजापति के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर बस स्टैंड में छापेमारी कर दो मोबाइल चोर को पकड़ा गया. तलाशी के क्रम में जिनके पास से 14 विभिन्न कंपनी का मोबाइल बरामद किया गया. उन लोगों ने पूछताछ के बाद अन्य सहयोगियों का नाम और पता बताया. जो हजारीबाग मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नूतन नगर में किराये के मकान में रह रहे थे. इनके पास से चोरी किया गया 65 मोबाइल जब्त किया गया है.

सैलरी पर नाबालिग चोर! देखिए पूरी खबर

बच्चों से बाजार में करवाते थे चोरी

एसडीपीओ सदर महेश प्रजापति के मुताबिक ट्रेनिंग दिए गए चोरों को पहले शहर के कई हाट बाजार भेजा जाता था और उनपर कड़ी नजर रखी जाती थी. जैसे ही ये बच्चे मोबाइल चोरी करते थे. उनसे मोबाइल ले लिया जाता था और फिर उसे दूसरे जिले में बेच दिया जाता था. इसके अलावे ये शहर के कई दूसरे इलाकों में भी छोटे-छोटे बच्चों को मोबाइल चोरी के लिए भेजते थे. अब पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर उन बच्चों के बारे में जानकारी ले रही है जिनको इस दलदल में फंसाया गया है.

ये भी पढ़ें- Jharkhand Crime: वारदात के लिए नाबालिग बच्चों को बनाया हथियार! जानिए किसकी तलाश में पुलिस

साहिबगंज के रहने वाले हैं अपराधी

पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों में गिरोह का सरगना कन्हैया महतो, मुन्ना चौधरी, आकाश महतो,अनिल नोनिया, मिट्ठू महतो और गोविंद कुमार महतो शामिल है. जो साहिबगंज के तीन पहाड़ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. सभी अपराधियों की उम्र 20 से 40 साल के बीच बताई जा रही है. बहरहाल जिस तरह से नाबालिग बच्चों से मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम दिलाया जा रहा था, उसे काफी गंभीर माना जा रहा है, जरूरत है आमलोगों के बीच जागरुकता फैलाने की ताकि ऐसे गिरोह पर नजर रखकर उनके नेटवर्क को तोड़ा जा सके.

हजारीबाग: जिले में अपराध की दलदल में बच्चों को धकेलने के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है. जिसमें बच्चों को बकायदा ट्रेनिंग देकर, उनको सैलरी पर रखकर उनसे अपराध करवाया जा रहा था. पुलिस ने ऐसे 6 मोबाइल चोर को गिरफ्तार किया है जो बच्चों को अपराध के लिए प्रशिक्षित कर रहे थे.

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मोबाइल चोर की पाठशाला

पुलिस के मुताबिक झारखंड राज्य के साहिबगंज में मोबाइल फोन चोरी करवाने वाले गैंग बकायदा मोटे वेतन पर चोरों को काम में रखते हैं. इसके लिए कम उम्र के बच्चों को ट्रेनिंग दी जाती है. हजारीबाग पुलिस ने ऐसे 6 मोबाइल ट्रेनिंग देने वाले अपराधियों को धर दबोचा है. जो नाबालिग बच्चों को मोबाइल चोरी करने की ट्रेनिंग देते थे. उसकी एवज में उनके माता-पिता को पैसा दिया जाता था. हजारीबाग सदर एसडीपीओ महेश कुमार प्रजापति के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर बस स्टैंड में छापेमारी कर दो मोबाइल चोर को पकड़ा गया. तलाशी के क्रम में जिनके पास से 14 विभिन्न कंपनी का मोबाइल बरामद किया गया. उन लोगों ने पूछताछ के बाद अन्य सहयोगियों का नाम और पता बताया. जो हजारीबाग मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नूतन नगर में किराये के मकान में रह रहे थे. इनके पास से चोरी किया गया 65 मोबाइल जब्त किया गया है.

सैलरी पर नाबालिग चोर! देखिए पूरी खबर

बच्चों से बाजार में करवाते थे चोरी

एसडीपीओ सदर महेश प्रजापति के मुताबिक ट्रेनिंग दिए गए चोरों को पहले शहर के कई हाट बाजार भेजा जाता था और उनपर कड़ी नजर रखी जाती थी. जैसे ही ये बच्चे मोबाइल चोरी करते थे. उनसे मोबाइल ले लिया जाता था और फिर उसे दूसरे जिले में बेच दिया जाता था. इसके अलावे ये शहर के कई दूसरे इलाकों में भी छोटे-छोटे बच्चों को मोबाइल चोरी के लिए भेजते थे. अब पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर उन बच्चों के बारे में जानकारी ले रही है जिनको इस दलदल में फंसाया गया है.

ये भी पढ़ें- Jharkhand Crime: वारदात के लिए नाबालिग बच्चों को बनाया हथियार! जानिए किसकी तलाश में पुलिस

साहिबगंज के रहने वाले हैं अपराधी

पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों में गिरोह का सरगना कन्हैया महतो, मुन्ना चौधरी, आकाश महतो,अनिल नोनिया, मिट्ठू महतो और गोविंद कुमार महतो शामिल है. जो साहिबगंज के तीन पहाड़ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. सभी अपराधियों की उम्र 20 से 40 साल के बीच बताई जा रही है. बहरहाल जिस तरह से नाबालिग बच्चों से मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम दिलाया जा रहा था, उसे काफी गंभीर माना जा रहा है, जरूरत है आमलोगों के बीच जागरुकता फैलाने की ताकि ऐसे गिरोह पर नजर रखकर उनके नेटवर्क को तोड़ा जा सके.

Last Updated : Jun 24, 2021, 10:54 PM IST
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