हजारीबाग: सदर अस्पताल में टीबी से पीड़ित दो महिलाएं इलाज कराने पहुंची थी. जब नर्स और डॉक्टर को इस बात की जानकारी हुई कि पीड़ितों को टीवी है, तो उन्हें वार्ड से बाहर निकाल दिया गया. दोनों मरीज घंटों तक बरामदे में इलाज के लिए तरसते रहे और अस्पताल प्रबंधन मूकदर्शक बना रहा.
मरीजों को मेडिसिन वार्ड से निकालने की जानकारी स्थानीय जिला प्रशासन, विधायक मनीष जायसवाल और कई समाजसेवियों को मिली. सभी के प्रयास के बाद दोनों मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती कराया गया.
मरीज के परिजनों ने कहा कि हमारे मरीजों को टीबी है. इस वजह से डॉक्टर और नर्स का कहना है कि अन्य मरीजों को भी टीबी हो जाएगा, इसलिए उन्हें बाहर निकाल दिया गया है. उन्होंने बताया कि जो पानी लगाया गया था उसे भी खोल दिया गया.