हजारीबाग: पिछले 1 महीने से नगवा टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है. 14 जनवरी से ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठे हैं. जिनमें 3 लोगों की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया. वहीं जयंत सिन्हा ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक समाधान नहीं होगा टोल प्लाजा शुरू नहीं किया जाएगा.
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सांसद जयंत सिन्हा ने दिया आश्वासन
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जब तक टोल प्लाजा को लेकर जो समस्या उत्पन्न हुई है. उसका समाधान नहीं होगा तब तक टोल प्लाजा की शुरुआत नहीं होगी. इस बाबत उन्होंने एनएचएआई के पदाधिकारी से भी बातचीत की है. उन्होंने आश्वासन दिया कि दिल्ली में भी पदाधिकारी, मंत्री से बातचीत की जाएगी और समस्या का समाधान निकाला जाएगा. उन्होंने आंदोलन करने वाले लोगों से अपील की है कि वह अपने घर लौट जाएं. एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझ पर विश्वास करें कि मैं इस समस्या का समाधान करुंगा.
टोल प्लाजा हटाने की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि टोल प्लाजा वहां से हटाया जाए क्योंकि नगर निगम क्षेत्र के महज 2 किलोमीटर के बाद टोल प्लाजा बनाया गया है. स्थानीय ग्रामीण जब बाजार आएंगे तो उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. एक ही जिले में 35 किलोमीटर के अंदर 22 टोल टैक्स नाका नहीं होना चाहिए. इस बात को लेकर नगवा में सर्वदलीय बैठक भी की गई थी और इसमें राज्य सरकार के साथ-साथ विपक्षी पार्टी के विधायक ने भी हिस्सा लिया था. साथ ही साथ ग्रामीणों ने नौकरी की भी मांग की है.