हजारीबाग: जिले के एक नर्सिंग होम में युवती की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने नर्सिंग होम पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का आरोप है कि अपेंडिक्स के ऑपरेशन के बहाने युवती की किडनी निकाल ली गई और जब उन्हें लगा कि युवती की मौत होने वाली है तो उन्होंने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया. मामला हजारीबाग के झारखंड नर्सिंग होम का है.
यह भी पढ़ें: एमएमसीएच मेडिकल कॉलेज में होता है मरीजों का सौदा- निजी नर्सिंग होम हैं सौदागर, प्रशासन चुप दलालों का है दबदबा
जानकारी के अनुसार, आरती कुमारी केरेडारी बकचुबा की रहने वाली थी. उसे अपेंडिक्स की शिकायत थी, जिसके इलाज के लिए उसके पिता चरकु तुरी हजारीबाग सदर अस्पताल लेकर पहुंचे थे. जहां उनकी मुलाकात झारखंड नर्सिंग होम के एक कर्मी से हुई. उसकी बातों में आकर उन्होंने 19 जून को युवती को नर्सिंग होम में भर्ती कर दिया. युवती के पिता को बताया गया कि अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया जा रहा है, जल्द से जल्द एक लाख रुपए की व्यवस्था करें. लेकिन बाद में 85 हजार रुपए में ऑपरेशन करने की बात मान ली गई.
युवती के पिता ने एडवांस के तौर पर 13,000 रुपए नर्सिंग होम को दिए और बाकी बचे हुए पैसों की व्यवस्था करने की बात कहते हुए वे गांव चले गए. वे अपने गांव के महिला मंडल से पैसा लेकर जब नर्सिंग होम पहुंचे तो उन्हें जानकारी मिली कि उनकी बेटी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू रूम में भेज दिया गया है. जब तक वे अस्पताल पहुंचते तब तक उनकी बेटी की मौत हो चुकी थी.
किडनी निकालने का शक: घटना के बाद परिजनों ने नर्सिंग होम के संचालक पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा है कि अपेंडिक्स का ऑपरेशन पेट के दाहिने साइड में होता है, लेकिन मरीज का ऑपरेशन देखने से लग रहा है कि उसकी दोनों किडनी निकाल ली गई है, क्योंकि ऑपरेशन दोनों साइड में भी किया गया है. जब उसकी तबीयत खराब हुई तो अपनी गर्दन को बचाने के लिए उसे सदर अस्पताल भेज दिया. हालांकि, इस मामले में अभी तक नर्सिंग होम की तरफ से कोई भी बयान सामने नहीं आया है. परिजनों के हंगामे के बाद पुलिस मोके पर पहुंची और लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया.