हजारीबागः जिले में रामनवमी का जुलूस बहुत ही भव्य तरीके से निकलता है. रामनवमी जुलूस का 100 साल से भी अधिक पुराना इतिहास है. स्थिति यह है कि सिर्फ शहर में ही सौ से अधिक झांकियां निकलती है और जिले की बात करें तो 500 से अधिक झांकिया जुलूस के रूप में निकलती है. यह जुलूस नवमी को निकलता है और 48 घंटों तक जिला प्रशासन की ओर से निर्धारित रूट से गुजरता है.
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हालांकि, झारखंड सरकार ने रामनवमी जुलूस को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. इस गाइडलाइन के अनुसार शाम 6:00 बजे जुलूस समाप्त कर दिया जाएगा और जुलूस के दौरान रिकॉर्डेड म्यूजिक या संगीत नहीं बजेगी. इससे विभिन्न अखाड़ों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. जिला प्रशासन ने कहा कि सरकार के दिशा निर्देश को सख्ती से पालन कराया जाएगा. जिला प्रशासन ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि गाइडलाइन का पालन जरूर करेंगे.
उपायुक्त नैंसी सराय ने कहा कि जुलूस निकालने से पहले संबंधित समितियों और अखाड़ा संचालकों को अनुमंडल पदाधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य होगा. जुलूस के दौरान विधि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारियों और अंचल अधिकारियों के प्रतिवेदन के आधार पर अनुमंडल अधिकारी समितियों को जुलूस निकालने की अनुशंसा कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि रामनवमी को लेकर पेयजल, स्वास्थ्य सेवा, बिजली के जर्जर तारों को दुरुस्त किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी संवेदनशील जगहों के साथ साथ प्रत्येक चौक-चौराहों पर दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं, जिनपर विधि व्यवस्था की जिम्मेदारी रहेगी.
एसपी मनोज रतन चौथे ने कहा कि धारा 107 के तहत लगभग 5000 लोगों को चिन्हित किया गया है. इसमें 500 लोगों से बाउंड भरवाया गया है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट की निगरानी को लेकर साइबर सेल है, जो 24 घंटे निगरानी कर रही है. जुलूस की निगरानी सीसीटीवी कैमरा, ड्रोन, वीडियोग्राफी आदि के माध्यम से की जाएगी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यास्था को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए 5000 अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी.