हजारीबागः लगन और कड़ी मेहनत से अगर प्रयास किया जाए तो कामयाबी कदम चूमती है. यह साबित कर दिखाया है हजारीबाग की रक्षा गोस्वामी ने. उन्होंने दक्षिण कोरिया में आयोजित ओपन ताइक्वांडो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. अपनी जीत से वो काफी उत्साहित हैं.
दक्षिण कोरिया में आयोजित ओपन ताइक्वांडो चैंपियनशिप में हजारीबाग की बेटी रक्षा गोस्वामी ने गोल्ड मेडल जीता है. पदक जीतकर लौटने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया(Raksha Goswami returned to Hazaribag). रक्षा गोस्वामी हजारीबाग के बरकट्ठा प्रखंड के बंडासिंघा गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि 2004 से इस खेल में प्रयासरत थी. कड़ी मेहनत से दक्षिण कोरिया में आयोजित ताइक्वांडो गेम(Taekwondo game held in South Korea) में जीत हासिल की. पापा के सहयोग ओर मेरी मेहनत ने गोल्ड मेडल दिलाया है.
उन्होंने कहा कि इस खेल के बिना वो जिंदा नहीं रह सकती. आगे 2023 में एशियन गेम है. 2024 में ओलंपिक खेलने की चाहत है. रक्षा गोस्वामी ने कहा कि आगे भी बेहतर प्रदर्शन कर पदक जीतने की पूरी कोशिश रहेगी. उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे पढ़ाई के साथ कोई भी खेल में जाना चाहते हैं वह मेहनत करें सफलता जरूर हासिल होगी. उन्होंने कहा कि अभिभावक के बिना कुछ संभव नहीं है. आज वो यहां तक पहुंची हैं तो पापा का बहुत बड़ा योगदान है.
रक्षा का उनके गृह नगर में जोरदार स्वागत किया गया. उनके स्वागत के लिए पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष चंदन देवी, स्थानीय मुखिया ललिता देवी, पूर्व मुखिया गुड्डी देवी, जिप सदस्य कुमकुम देवी आए थे. सभी ने रक्षा को जीत की बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की कामना की.