हजारीबाग: जिले में शौचालय निर्माण कार्य में घोर अनियमितताएं बरती जा रही हैं. शौचालय निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार कार्यों को जैसे तैसे पूरा कर रहे हैं. शौचालय निर्माण कार्य में मनमानी कर रहे ठेकेदार की वजह से इसका सही लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा हैं. बड़कागांव प्रखंड में शौचालय निर्माण के बाद ठेकेदार उसमें दरवाजा ही लगाना भूल गए.
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तहत घर-घर शौचालय बनाकर एक ओर घर की बहन-बेटियों को शौच के लिए खुले में नहीं जाने देने का लक्ष्य के साथ सरकार काम कर रही है. इसके साथ ही साथ खुले में शौच मुक्त भारत के सपनों को साकार करने और स्वच्छ भारत के निर्माण करने की योजना है. वहीं, दूसरी ओर बड़कागांव प्रखंड में किए गए शौचालय निर्माण कार्यों को देखने के बाद लगता है कि ठेकेदारों ने शौचालय तो बना दी, लेकिन गुणवत्ता के बारे में शायद कोई भी ख्याल रखा गया. काम भी इतना अधूरा कि अभी तक कोई देखने वाला नहीं है. बड़कागांव प्रखंड के काड़तरी पंचायत के महूदी गांव के सतबहिया बिरहोर टोला में जैसे-तैसे शौचालय का निर्माण कर दिया गया, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी दरवाजा नहीं लगाया गया. हालांकि पूरे प्रखंड के तमाम गांव में बाहर में शौच मुक्त का बोर्ड लगाकर बड़ी वाहवाही लूटी गई, लेकिन हाल ठीक इसके विपरीत है. कारण जो भी हो आज भी लोग बड़ी संख्या में खुले में शौच के लिए जा ही रहे हैं.
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सतबहिया टोला निवासी रामजी बिरहोर की पत्नी ने बताया कि दरवाजा नहीं लगे होने के कारण शौच जाने में परेशानी हो रही थी. इसलिए साड़ी से ढककर पिछले एक साल से शौचालय का प्रयोग कर रही है. आगे उन्होंने बताया कि एक और दूसरा शौचालय बगल में बना हुआ है, लेकिन उसमें भी काफी अनियमितता है. घटिया काम होने के चलते उस शौचालय में पाइप बनने के साथ ही टूट गया, जिससे शौचालय खराब हो गया. इस संबंध में बड़कागांव प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी अभी हुई है. वे तुरंत इसको ठीक करवाने का प्रयास करेंगे. इस कार्य में जो भी ठेकेदार इस तरह की गलती की है उस पर सख्त कार्रवाई भी करेंगे. ऐसे में केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना शौचालय निर्माण में बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न गांव में अधूरे शौचालय निर्माण के बाद ठेकेदार और विभाग की पोल खुल रही है.