हजारीबाग: जनता के सहयोग से ही कोई काम सफल होता है और जब गांव के लोग खुद ही अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें तो योजना धरातल पर आ जाती है. ऐसा ही कुछ हजारीबाग के जंगली क्षेत्र में स्थित दारू प्रखंड के कुनार नदी के तट पर देखने को मिला. झारखंड सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा लगातार दूसरे वर्ष नदी महोत्सव और वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.
जंगल बचाने में जनता की भागीदारी
वर्तमान समय में जमीन के लिए कण-कण को प्यासा होता जा रहा है. जमीन को लेकर भी काफी हत्या की खबरें आ रही है. लेकिन बड़वार गांव के रैयतों ने अपनी जमीन वन विभाग को वन लगाने के लिए दे दिया. इस बात की जानकारी हजारीबाग में कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने दी. अधिकारियों ने कहा कि यह बड़ी बात है कि अब जंगल बचाने में जनता की भी भागीदारी शामिल हो रही है.
नदी तट पर लगाए जाएंगे 17000 पौधे
विगत वर्ष 2018 में हजारीबाग में बरही विधानसभा के पदमा प्रखंड के सरैया निकट केवट नदी पर वन उत्सव कार्यक्रम का आोयजन किया गया था. वर्तमान में दारू प्रखंड के बनवार समीप कोनार नदी के तट पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस महोत्सव में लगभग 17000 पौधे नदी के तट पर लगाए जाएंगे ताकि नदी में मिट्टी का भराव कम हो और जल स्रोत बढे़. वहीं राज्य के सभी 24 जिलों में 44 नदियों के तट पर लगभग 244 किलोमीटर क्षेत्र में 8.25 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.