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पौधारोपण में दिखी जनता की भागीदारी, अपनी जमीन को दिया वन विभाग को दान - ईटीवी झारखंड

जनता के सहयोग से ही कोई कार्यक्रम सफल होता है और जब गांव के लोग अपनी भागीदारी खुद सुनिश्चित करें तो योजना धरातल पर उतरती है. ऐसा ही कुछ हजारीबाग जंगली क्षेत्र स्थित दारू प्रखंड के कुनार नदी के तट पर देखने को मिला.

कार्यक्रम के दौरान वन विभागअधिकारी
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Published : Jul 8, 2019, 9:55 PM IST

हजारीबाग: जनता के सहयोग से ही कोई काम सफल होता है और जब गांव के लोग खुद ही अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें तो योजना धरातल पर आ जाती है. ऐसा ही कुछ हजारीबाग के जंगली क्षेत्र में स्थित दारू प्रखंड के कुनार नदी के तट पर देखने को मिला. झारखंड सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा लगातार दूसरे वर्ष नदी महोत्सव और वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.

कार्यक्रम के दौरान वन विभागअधिकारी

जंगल बचाने में जनता की भागीदारी
वर्तमान समय में जमीन के लिए कण-कण को प्यासा होता जा रहा है. जमीन को लेकर भी काफी हत्या की खबरें आ रही है. लेकिन बड़वार गांव के रैयतों ने अपनी जमीन वन विभाग को वन लगाने के लिए दे दिया. इस बात की जानकारी हजारीबाग में कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने दी. अधिकारियों ने कहा कि यह बड़ी बात है कि अब जंगल बचाने में जनता की भी भागीदारी शामिल हो रही है.

नदी तट पर लगाए जाएंगे 17000 पौधे
विगत वर्ष 2018 में हजारीबाग में बरही विधानसभा के पदमा प्रखंड के सरैया निकट केवट नदी पर वन उत्सव कार्यक्रम का आोयजन किया गया था. वर्तमान में दारू प्रखंड के बनवार समीप कोनार नदी के तट पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस महोत्सव में लगभग 17000 पौधे नदी के तट पर लगाए जाएंगे ताकि नदी में मिट्टी का भराव कम हो और जल स्रोत बढे़. वहीं राज्य के सभी 24 जिलों में 44 नदियों के तट पर लगभग 244 किलोमीटर क्षेत्र में 8.25 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

हजारीबाग: जनता के सहयोग से ही कोई काम सफल होता है और जब गांव के लोग खुद ही अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें तो योजना धरातल पर आ जाती है. ऐसा ही कुछ हजारीबाग के जंगली क्षेत्र में स्थित दारू प्रखंड के कुनार नदी के तट पर देखने को मिला. झारखंड सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा लगातार दूसरे वर्ष नदी महोत्सव और वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.

कार्यक्रम के दौरान वन विभागअधिकारी

जंगल बचाने में जनता की भागीदारी
वर्तमान समय में जमीन के लिए कण-कण को प्यासा होता जा रहा है. जमीन को लेकर भी काफी हत्या की खबरें आ रही है. लेकिन बड़वार गांव के रैयतों ने अपनी जमीन वन विभाग को वन लगाने के लिए दे दिया. इस बात की जानकारी हजारीबाग में कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने दी. अधिकारियों ने कहा कि यह बड़ी बात है कि अब जंगल बचाने में जनता की भी भागीदारी शामिल हो रही है.

नदी तट पर लगाए जाएंगे 17000 पौधे
विगत वर्ष 2018 में हजारीबाग में बरही विधानसभा के पदमा प्रखंड के सरैया निकट केवट नदी पर वन उत्सव कार्यक्रम का आोयजन किया गया था. वर्तमान में दारू प्रखंड के बनवार समीप कोनार नदी के तट पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस महोत्सव में लगभग 17000 पौधे नदी के तट पर लगाए जाएंगे ताकि नदी में मिट्टी का भराव कम हो और जल स्रोत बढे़. वहीं राज्य के सभी 24 जिलों में 44 नदियों के तट पर लगभग 244 किलोमीटर क्षेत्र में 8.25 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

Intro:जनभागीदारी से ही कोई कार्यक्रम सफल होता है और जब गांव के लोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें तो योजना धरातल पर उतरती है ।ऐसा ही कुछ हजारीबाग जंगली क्षेत्र स्थित दारू प्रखंड के बढ़ावा के कुनार नदी के तट पर देखने को मिला। झारखंड सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा आयोजन किया गया।


Body:वर्तमान समय में जमीन के लिए खून खून का प्यासा होता जा रहा है। जमीन को लेकर हत्या की खबरें भी आ रही है ।लेकिन बड़वार गांव के रैयतो ने अपनी जमीन वन विभाग को वन लगाने के लिए दे दिया। इस बात की जानकारी हजारीबाग में कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने दिया। अधिकारियों ने कहा कि यह बड़ी बात है कि अब जनभागीदारी जंगल को बचाने और बरसाने में किया जा रहा है ।इस बात से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब अधिकारी और जनप्रतिनिधि अपनी बात गांव वालों को बता रहे थे उस वक्त जोरू की बरसात हो रही थी। ग्रामीण अपने आप को वर्षा से बचाने के लिए कुर्सी का सहारा ले रहे थे। यह दृश्य देखने में तो अजीब लग रहा था ।लेकिन तस्वीर दो कहानी बयां करती है ।पहला गांव के लोग पर्यावरण को बचान अपने लिए सजग है और इसकी जानकारी अधिकारियों से ले रहे थे । दूसरी ओर यह कहा जा सकता है कि वन विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि ग्रामीणों के प्रति संजीदा नहीं दिखे ।नहीं तो उनके लिए भी बैठने के लिए उचित व्यवस्था करते ।ताकि ग्रामीण अधिकारियों का बात सुनकर लाभ उठाते ।

बताते चलें कि झारखंड सरकार के 1 पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा लगातार दूसरे वर्ष नदी महोत्सव वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। विगत वर्ष 2018 में हजारीबाग में बरही विधानसभा के पदमा प्रखंड के सरैया के निकट केवट नदी पर आयोजित किया गया था। वर्तमान समय में दारू प्रखंड के बनवार के समीप कोनार नदी के तट पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस महोत्सव में लगभग 17000 पौधे नदी के तट पर लगाए जाएंगे ताकि नदी में मिर्ची का भाव कम हो और जल स्रोत जी बड़े।

वहीं राज्य के सभी 24 जिलों में 44 नदियों के तट पर लगभग 244 किलोमीटर क्षेत्र में 8 .25 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

byte.... स्मिता पंकज ,डीएफओ हजारीबाग ईस्ट


Conclusion:जिस तरह से जनभागीदारी वृक्ष लगाने के प्रति हो रही है अच्छा संकेत माना जा सकता है। जरूरत है अब और भी अधिक लोगों को आगे आने की और पौधे लगाने की।
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